उत्तराखंड में ये हाल है..ऑपरेशन के बाद डॉक्टर ने महिला के पेट में छोड़ दिया कपड़ा
एक चिकित्सालय में एक औरत के ऑपरेशन के दौरान महिला चिकित्सक ने लापरवाही बरतते हुए कपड़ा महिला के पेट में ही छोड़ दिया।
Jun 20 2020 1:08PM, Writer:अनुष्का ढौंडियाल
उत्तराखंड के काशीपुर में स्थित सरकारी अस्पताल की एक बड़ी लापरवाही का मामला सामने आया है। जागरण की खबर के मुताबिक रामनगर के एक चिकित्सालय में एक औरत के ऑपरेशन के दौरान महिला चिकित्सक ने लापरवाही बरतते हुए कपड़ा महिला के पेट में ही छोड़ दिया है। ऑपरेशन के बाद पेट में दर्द की शिकायत होने पर महिला ने कई जगह अपना चेकअप कराया, मगर उसका दर्द कम नहीं हुआ। वहीं इस बड़ी लापरवाही का खुलासा पूरे एक साल बाद एम्स ऋषिकेश में हुआ। जहां महिला के पेट में कपड़ा होने की पुष्टि हुई। यह देख कर अस्पताल के चिकित्सकों के होश उड़ गए। उन्होंने महिला और उसके परिजनों को जब यह बात बताई तो उन्होंने लापरवाही बरतने वाले चिकित्सक के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करने की मांग की है। चलिए आपको पूरी घटना से अवगत कराते हैं। घटना 1 साल पहले की है। बता दे कि पीड़ित महिला मनप्रीत कौर की डिलीवरी पिछले साल 17 मई को काशीपुर के सरकारी चिकित्सालय में हुई थी। चिकित्सालय में कार्यरत महिला चिकित्सक ने पीड़िता का ऑपरेशन किया। आगे पढ़िए
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ऑपरेशन के बाद से ही महिला के पेट के अंदर काफी दर्द रहने लगा। उन्होंने काशीपुर, बाजपुर हल्द्वानी, मुरादाबाद आदि जगहों पर चेकअप कराया लेकिन उनको दर्द में कोई राहत नहीं मिली। जब दर्द बहुत अधिक बढ़ गया तो महिला के परिजनों ने उसे एम्स ऋषिकेश में भर्ती कराया। जब चिकित्सकों ने उसका एमआरआई और सीटी स्कैन करा तो महिला के पेट में उनको कुछ धागानुमा जैसी चीज मिली। जब उन्होंने ऑपरेशन किया तो उसके पेट में से 15 सेंटीमीटर लंबा कपड़ा फंसा हुआ था। यह देखकर चिकित्सकों के होश उड़ गए। चिकित्सकों ने मल वाली नस को शरीर से बाहर एक कोलो प्लास्ट बैग फिट किया है। वहीं दूसरी ओर पीड़िता मनप्रीत कौर शुक्रवार को राज्य महिला आयोग की पूर्व उपाध्यक्ष अमिता लोहनी से मिलने पहुंची। उन्होंने अमिता लोहनी से अपनी पीड़ा साझी की और सारा मामला उनको बताया। महिला आयोग की उपाध्यक्ष अमिता लोहनी का कहना है कि संबंधित महिला चिकित्सक के खिलाफ महिला की ओर से पुलिस में तहरीर दी जाएगी और कड़े से कड़ा कदम उठाया जाएगा ताकि महिला को न्याय मिल सके और भविष्य में इतनी बड़ी लापरवाही से बचा जा सके।