गढ़वाल: रिटायर्ड फौजी ने दिखाया सिस्टम को आईना, लॉकडाउन में अपने गांव तक पहुंचाई सड़क
बीरकाटल गांव में पहली बार गाड़ियों के पहुंचने से ग्रामीणों में खुशी है। युवाओं के श्रमदान से बनी ये सड़क दूसरे गांवों के लोगों को प्रेरणा देने के साथ ही सिस्टम को आईना दिखा रही है...देखिए वीडियो
Jul 15 2020 3:12PM, Writer:कोमल नेगी
रेड एफ एम के आरजे काव्य एक बार फिर से एक शानदार और प्रेरणादायक कहानी लेकर हम सबके बीच आए हैं। एक पहाड़ी ऐसा भी सीजम-3 का ये एपिसोड पहाड़ के एक रिटायर्ड फौजी के नाम है। पौड़ी गढ़वाल का बीरकाटल गांव। इन दिनों इस गांव की रौनक देखते ही बनती है, वजह है गांव में बनी सड़क। जिसका निर्माण गांव के युवाओं ने खुद किया है। युवाओं के श्रमदान से बनी ये सड़क दूसरे गांवों के लोगों को प्रेरणा देने के साथ ही शासन-प्रशासन को आईना भी दिखा रही है। गांव में पहली बार गाड़ियों के पहुंचने से ग्रामीणों में खुशी है। गांव में सड़क निर्माण का श्रेय यहां के रिटायर्ड फौजी सुदेश भट्ट को जाता है। सुदेश भट्ट सेना में थे। छुट्टी में वो जब भी गांव लौटते तो घर तक पहुंचने के लिए उन्हें साढ़े 3 किलोमीटर का पैदल सफर तय करना पड़ता था। बूंगा ग्राम पंचायत का बीरकाटल गांव ऋषिकेश से सिर्फ 20 किलोमीटर दूर है, लेकिन मोहनचट्टी से बीरकाटल तक रोड नहीं थी। आगे पढ़िए और वीडियो जरूर देखिए
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फौजी सुदेश भट्ट छुट्टी में घर लौटने पर सड़क निर्माण के लिए सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगाते, नेताओं मुलाकात भी करते, लेकिन हर जगह से सिर्फ आश्वासन मिलता था, सड़क नहीं। ऐसे में जब मार्च में लॉकडाउन लगा तो सुदेश भट्ट ने सोचा कि क्यों ना इस समय का इस्तेमाल गांव की भलाई के लिए किया जाए। उन्होंने गांव के युवाओं और ग्रामीणों के सामने साढ़े तीन किलोमीटर दूर मोहनचट्टी तक सड़क बनाने का प्रस्ताव रखा, लेकिन ये इतना आसान भी नहीं था। खैर सुदेश भट्ट के इरादे नेक थे, इसलिए ग्रामीण भी सहयोग देने के लिए मान गए। गांव के कई लोगों ने सड़क के लिए अपने खेत दान कर दिए। इस तरह 17 अप्रैल को सोशल डिस्टेंसिंग के साथ गांव में सड़क निर्माण का काम शुरू हुआ और 16 मई तक सड़क बनकर तैयार हो गई। अब वाहन सीधे गांव तक पहुंच सकते हैं।
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गांव वालों ने ये सड़क स्वतंत्रता संग्राम सेनानी चंदन सिंह बिष्ट को समर्पित की है, जिन्होंने भारत छोड़ो आंदोलन में अंग्रेजों से लोहा लिया था। गांव में सड़क बनकर तैयार हो गई है, लेकिन रिटायर्ड फौजी सुदेश भट्ट का मिशन अब भी जारी है। अब वो गांव में पुलिया बनवा रहे हैं, ये पुलिया साल 2013 में आई आपदा के दौरान बह गई थी। लॉकडाउन के दौरान फौजी सुदेश भट्ट और युवाओं ने गांव की भलाई के लिए जो काम किया, उसे सदियों तक याद रखा जाएगा। सोशल मीडिया पर लोग इन्हें सैल्यूट कर रहे हैं। चलिए अब आपको रिटायर्ड फौजी सुदेश भट्ट के प्रयासों पर तैयार एक शानदार वीडियो दिखाते हैं। जिसे रेडियो चैनल रेड एफएम के आरजे काव्य ने रेड एफएम के खास शो ‘एक पहाड़ी ऐसा भी’ के सीजन-3 के लिए तैयार किया है। अगर आपके पास भी पॉजिटिविटी से भरी ऐसी कोई कहानी हो तो हमें जरूर बताएं। राज्य समीक्षा ऐसी कहानियों को मंच देने का प्रयास करेगा, आगे देखें वीडियो
EK PAHADI AISA BHIEK PAHADI AISA BHI
Season 3 : Ep 06 : Sudesh Bhatt ☺️
@RJKaavya @RedFm
Presnted By UPES @ArunDhand
Art work by Agam Johar Arts
#EkPahadiAisaBhi #CoronaHeroes
Posted by RJ Kaavya on Sunday, July 12, 2020