उत्तराखंड: चार धाम यात्रा के लिए अब नहीं चाहिए कोरोना रिपोर्ट..2 मिनट में पढ़िए नई गाइडलाइन
अब बाहर से आने वाले तीर्थ यात्रियों को कोरोनावायरस जांच की रिपोर्ट साथ में नहीं लानी होगी।
Sep 29 2020 4:56PM, Writer:Komal Negi
उत्तराखंड से आज की एक बड़ी खबर सामने आई है। अनलॉक 5 से पहले ही बाहरी राज्यों से उत्तराखंड आने वाले तीर्थ यात्रियों को एक बड़ी राहत मिली है। अब बाहर से आने वाले तीर्थ यात्रियों को कोरोनावायरस जांच की रिपोर्ट साथ में नहीं लानी होगी। हालांकि इसके लिए तीर्थ यात्रियों को देवस्थानम बोर्ड की वेबसाइट पर पंजीकरण कराना होगा और ई-पास भी बनवाना होगा। उत्तराखंड देवस्थानम बोर्ड द्वारा चार धाम यात्रा की एसओपी जारी की गई है। आपको ये जानकारी होगी ही कि उत्तराखंड सरकार ने हाल ही में पर्यटकों के लिए कोरोनावायरस जांच की रिपोर्ट की शर्त को खत्म कर दिया है। इसके आधार पर देवस्थानम बोर्ड ने भी चार धाम यात्रा पर बाहर से आने वाले तीर्थ यात्रियों के लिए इस शर्त को खत्म कर दिया है। नई गाइडलाइन के मुताबिक पंजीकरण के दौरान आप जिस आईडी और पते का प्रमाण दे रहे हैं उसे यात्रा के वक्त भी साथ रखना होगा। आगे पढ़िए
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पंजीकरण के बाद ही देवस्थानम बोर्ड की तरफ से यात्रा का ई पास जारी किया जाएगा। केदारनाथ, बद्रीनाथ, यमुनोत्री और गंगोत्री धाम में निर्धारित जगहों पर थर्मल स्क्रीनिंग होगी। अगर किसी यात्री में कोरोनावायरस के लक्षण पाए जाते हैं तो उसे यात्रा की इजाजत नहीं मिलेगी इसके अलावा गाइडलाइन कहती है कि हर हाल में सोशल डिस्टेंसिंग के मानकों का पालन करना होगा। दर्शन करने से पहले सैनिटाइजेशन और मास्क पहनना जरूरी है। गाइडलाइन के चार धाम में हर दिन दर्शन करने वाले यात्रियों की संख्या सीमित रहेगी। बद्रीनाथ में 1 दिन में 1200 श्रद्धालु दर्शन कर सकते हैं। केदारनाथ में 1 दिन में 800 श्रद्धालु दर्शन कर सकते हैं। गंगोत्री में 1 दिन में 600 और यमुनोत्री में एक दिन में 450 श्रद्धालु दर्शन कर सकते हैं। जब से चार धाम यात्रा खोली गई है तब से लेकर अब तक देवस्थानम बोर्ड द्वारा 62 हजार से ज्यादा पास जारी किए गए हैं।