Video: आज हर उत्तराखंडी खिलखिला उठेगा...1 मिनट का ये वीडियो हुआ सुपरहिट !
Apr 30 2017 9:40AM, Writer:मीत
उत्तराखंड के लोगों को हमेशा से ही मस्तमौला कहा जाता है। कहते हैं कि कैसा भी वक्त हो, पहाड़ी खुश रहना जानता है। हाल ही में एक रिसर्च भी हुई है,. जिसमें कहा गया है कि धरती पर अगर कोई सबसे ज्यादा खुश, स्वस्थ और एक्टिव व्यक्ति होता है, वो पहाड़ में रहने वाला व्यक्ति होता है। जी हां अमेरिका में ये रिसर्च की गई है। दरअसल पहाड़ की जिंदगी ऐसी है कि चाहे कितनी भी परेशानी क्यों ना हो, पहाड़ी मुस्कुराना जानते हैं। ये ही वो मुस्कुराहट है, जो पहाड़ियों को दुनिया में सबसे ज्यादा अलग बनाती है। हम आपको इसी मस्तमौले पन का एक वीडियो दिखा रहे हैं। ये वीडियो सोशल मीडिया पर जबरस्त तरीके से वायरल किया जा रहा है। उत्तराखंड का रहने वाला हर शख्स इस वीडियो को देखकर हंसे बिना नहीं रह पा रहा है। आप भी इस वीडियो को देखकर हंस पड़ेंगे। इस वीडियो में एक शख्स है, जो हिंदी गाने को गढ़वाली गाने में बदलकर गा रहा है, ये अंदाज बेहद हंसा देने वाला है।
दरअसल पहाड़ियों को ऐसे ही मस्तमौला और सबसे ज्यादा स्वस्थ नहीं कहा जाता। एक रिसर्च में ये पाया गया है कि पहाड़ियों के शरीर में शुद्ध हवा का प्रसार लगातार होता जाता है। शुद्ध हवा के शरीर में जाने से मेटाबोलिज्म बढ़ता जाता है। इसके अलावा पहाड़ों से निकलने वाला शुद पानी भी पहाड़ियों के शरीर को स्वस्थ और मजबूत बनाता है। वैज्ञानिकों का तो यहां तक कहना है कि शुद्ध हवा और शुद्ध पानी की वजह से पहाड़ में रहने वाले लोगों की उम्र खुद-ब-खुद ही बढ़ जाती है। इसके साथ ही रिसर्च में पाया गया है कि पहाड़ियों की खुश रहने की क्षमता काफी ज्यादा होती है। ये वो खास वजह है, जिससे उन्हें खुशी के मामले में सबसे ऊपर रखा जाता है। इसके अलावा भी इस रिसर्च में बहुत कुछ गया है। वो बाद में बताएंगे, पहले आप ये वीडियो देख लीजिए, मजा आ जाएगा।
इसके अलावा रिसर्च में कहा गया है कि पहाड़ियों का खाना सबसे खास होता है। खासकर उत्तराखंड के खेतों में उगने वाले कोदा और कौंणीं को तो सबसे ज्यादा पौष्टिक आहार कहा गया है। कोदा और कौणीं के बारे में कहा गया है कि पुराने जमाने में उत्तराखंड के लोग इसी पर गुजर बसर करते थे। इसके अलावा गहत की दाल, दाल का पिसा हुआ चौंसू, भटवाणी कोदे की रोटी कंडाली का साग ये तमाम ऐसे खाद्य पदार्थ हैं, जो कभी पहाड़ियों की ताकत का राज होते थे। आज ये सब चीजेंं कहीं छूटती जा रही हैं। हर उत्तराखंडी को सोचना चाहिए कि मौज मस्ती के साथ साथ पौष्टिक आहार बेहद जरूरी है। कुल मिलाकर फिलहाल तो ये ही कहा गया है कि उत्तराखंड के लोग किसी भी मस्ती के मौके को छोड़ते नहीं हैं और इसलिए सबसे ज्यादा खुश भी रहते हैं। ये वीडियो भी इसी बात की गवाही दे रहा है।