केदारनाथ क्यों आना चाहते थे पीएम मोदी ? लीजिए...ये रही 5 बड़ी वजहें...
May 3 2017 11:26AM, Writer:मीत
केदार धाम में पीएम मोदी आए, तो एक नया इतिहास रच दिया। काफी वक्त से मोदी के केदार दौरे की तैयारियां चल रही थी। तैयारियों को आखिर रूप दिया तो मोदी केदार आ गए। बाबा के दर पर । क्या आप जानते हैं कि मोदी आखिर किस वजह से केदारनाथ आना चाहते थे ? क्यों वो अपने सब काम छोड़कर बाबा की शरण में आए ? आखिर क्यों उन्होंने अपने सभी दौरों को कैंसिल किया और बाबा की शरण में आए ? इसके पीछे कई वजहे हैं। सबसे पहली वजह से देवभूमि से प्यार, जी हां मोदी को उत्तराखंड काफी पसंद है। वो बार बार उत्तराखंड के लिए नए नए प्लान तैयार करते हैं। इससे पहले जब केदार आपदा आई थी तो मोदी गुजरात के सीएम थे। लेकिन उस वक्त भी उन्होंने हेलीकॉप्टर के जरिए आपदा पीड़ितों को मदद पहुंचाई थी। उत्तराखंड से मोदी का लगाव काफी पहले से है और खासकर भगवान केदारनाथ से। मोदी बहुत बड़े शिव भक्त भी हैं।
इसके अलावा दूसरी वजह ये है कि मोदी 27 साल पुराना इतिहास बदलना चाहते थे। जी हां 27 साल से कोई भी प्रधानमंत्री केदारनाथ जाने की हिम्मत नहीं कर पाया। मोदी ने वो कर दिखाया। मोदी चाहते थे कि इस बार वो ही केदार के सबसे पहले दर्शन करेंगे और बाबा भालेनाथ का आशीर्वाद लेंगे। आखिरकार 27 साल बाद केदार नाथ की पतितपावनी धरती पर किसी प्रधानमंत्री ने कदम रखा। इससे पहले इंदिरा गांधी और विश्नाथ प्रताप सिंह ही केदार के दर्शनों के लिए आए थे। इसके बाद अगली वजह है उत्तराखंड यात्रा को बढ़ावा देना और लोगों को केदार की तरफ और भी ज्यादा आकर्षित करना। आपको याद होगा कि उत्तराखंड की आपदा के बाद से लोगों ने केदार यात्रा करना काफी कम कर दिया था। मोदी देशभर के तमाम श्रद्धालुओं को ये विश्वास दिलाना चाहते थे कि अब केदार दर्शन के लिए किसी को कोई परेशानी नहीं होगी।
मोदी ने सबसे पहले दर्शन किए और रुद्राभिषेक किया। इसेक बाद अगली वजह आती है भरोसा। जी हां मोदी उत्तराखंड के लोगों को ये भरोसा दिलाना चाहते हैं कि चाहे कुछ भी हो, वो हर वक्त उत्तराखंड के साथ रहेंगे। मोदी उत्तराखंड को ये भरोसा दिलाना चाहते हैं कि बीजेपी के राज में उत्तराखंड नई तरक्कियों की तरफ आगे बढ़ेगा। इसके बाद आखिरी वजह है धर्म, मोदी चाहते हैं कि हिंदू धम्र का पूरे विश्व में प्रचार प्रसार हो। इस प्रचार प्रसार के लिए बाबा केदारनाथ के दर से बेहतरीन जगह कोई नहीं है। सनातन हिंदू धर्म की पहचान का प्रतीक है ये मंदिर। कुल मिलाकर कहें तो मोदी के सामने ये 5 वजहें थी कि वो केदार दर्शन के लिए चल पड़े। केदार दर्शन के लिए मौसम ने भी मोदी का साथ दिया। आर्मी के बैंड की धुन, मंदिर में होता शंखनाद और मंत्रोच्चारण की वजह से माहौल काफी रोमांचक हो गया था। उम्मीद है कि इस बात केदार दर्शन के लिए रिकॉर्ड यात्री आएंगे।