पीएम मोदी का चीन को करारा जवाब...जापान से मिलकर तैयार हुआ ‘महाप्लान’ !
May 26 2017 1:50PM, Writer:मीत
चीन वन बेल्ट वन रोड प्रोजक्ट पर काम कर रहा है। इस रूट के लिए वो किसी भी हद तक गुजरने के लिए तैयार है। लेकिन चीन ये नहीं जानता कि पीएम मोदी ने उसके ओबीओआर के लिए नया ब्रह्मास्त्र ढूंढ निकाला है। इस ब्रह्मास्त्र से चीन कलप गया है। भारत ने अब एशिया-अफ्रीका ग्रोथ कॉरिडोर प्रोजक्ट का प्लान पेश कर डाला है। कहा जा रहा है कि इस प्रोजक्ट के जरिए मोदी चीन की हर कारगुजारी को अच्छी तरह से जवाब दे सकेंगे। ये प्लान इतना धाकड़ है कि चीन का हर सपना ध्वस्त हो जाएगा। दरअसल गुजरात में अफ्रीकन डिवेलपमेंट बैंक की मीटिंग चल रही है। इस मीटिंग में इस शानदार प्रोजक्ट के लिए विजन डॉक्युमेंट भी जारी किए गए हैं। जानकार बताते हैं कि ये प्रोजक्ट भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जापान के पीएम शिंजो आबे की सोच है। इस प्रोजक्ट के जरिए भारत, जापान और अफ्रीका में क्वॉलिटी इंफ्रास्ट्रक्चर डिवेलपमेंट किया जाना है।
इसके साथ ही डिजिटल कनेक्टिविटी को भी बढ़ावा दिया जाएगा। इस प्रोजक्ट के जरिए एशिया और अफ्रीका के बीच व्यावसायिक, आर्थिक, सांस्थानिक सहयोग बढ़ाने की कोशिश हो रही है। माना जा सकता है कि चीन के ओबीओआर को जवाब देने के लिए मोदी ने शानदार रणनीति तैयार की है। इसके साथ ही अफ्रीका और एशिया के लोगों को एक कुशल और मजबूत तरीके से जोड़ा जाएगा। एक्सपर्ट्स का कहना है कि एशिया और अफ्रीका के बीच काफी संभावनाएं हैं। AAGC के जरिए इन दोनों जगहों में विकास की बयार चलेगी। इसके साथ ही अर्थव्यवस्था के लिए ये प्रोजक्ट काफी अहम साबित होने जा रहा है। इस विजन डॉक्यूमेंट में कुछ खास बातें बताई गई हैं। कहा गया है कि 'AAGC में चार मुख्य बातें हैं। विकास, क्वॉलिटी इंफ्रास्ट्रक्चर, स्किल बढ़ाना और लोगों के बीच भागीदारियों को बढ़ाना। इसका खाका तैयार हो गया है।
भारत और जापान की तरफ से इसे मंजूरी मिल गई है। अब बारी है योजना को धरातल पर लाने की। इसके साथ ही अफ्रीका की तरफ से भी इसके लिए मंजूरी मिल गई है। भारत और अफ्रीका के संबंध लगातार प्रगाढ़ होते जा रहे हैं। इसके साथ ही जापान सा साथ मिलने के बाद भारत को महाशक्ति बनने से कोई नहीं रोक सकता। पीएम मोदी का ये प्रोजक्ट चीन के लिए अब परेशानी का सबब बन गया है। चीन इस वक्त ओबीओआर पर काम कर रहा है और दुनिया की तरफ से उसे अल्टीमेटम भी मिल गया है। संयुक्त राष्ट्र संघ ने साफ साफ कह दिया है कि चीन की ये हरकत आने वाले वक्त में भयंकर त्रासदी का सबब बन सकती है। यूनाइटेड नेशंस ने साफ साफ कह दिया है कि आने वाले वक्त में चीन की हरकत से ऐसे मुल्क भयंकर कर्ज में डूब जाएंगे, जहां से होकर ओबीओआर गुजरेगा। अब देखना है कि ड्रैगन का अगला कदम क्या होता है।