बॉर्डर के उस पार जंग की तैयारी में चीन, हजारों टन बारूद लाकर बोला बड़ी बात !
Jul 19 2017 6:42PM, Writer:साहिल
भारत और चीन के बीच तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है। बताया जा रहा है कि भारत से लगती सीमा के पार ड्रैगन ने बारूद जमा करना शुरू कर दिया है। इसके लिए चीनी सेना ने तमाम तैयारियां करना शुरू कर दिया है। बताया जा रहा है कि चीन पिछले एक महीने से सिक्किम की सीमा के पास हथियार जमा करने पर लगा है। इसके साथ ही सैन्य साजो-सामान भी जमा किया जा रहा है। इसके लिए बकायदा चीन की मीडिया ने बयान भी दिया है। चीनी मीडिया ने कहा है कि जून के आखिरी हफ्ते से इसकी तैयारियां चल रही हैं। तो अब सवाल ये उठता है कि आखिर चीन के दिमाग में क्या चल रहा है। बताया जा रहा है कि इसके लिए चीन ने मारक हथियार जमा करने शुरू कर दिए हैं। अब आपको बता देते हैं कि चीन के पास किस तरह के मारक हथियार हैं। चीन के सबसे मारक हथियारों में रॉकेट फोर्स सबसे आगे आती है। ये फोर्स जल, थल और वायु सैन्य बलों की क्षमता वाली पहली स्वतंत्र इकाई है।
बताया जाता है कि अमेरिका, रूस, ब्रिटेन और फ्रांस से ज्यादा एकीकृत ये फोर्स है। इसके साथ ही चीन के पास डीएफ-26 मिसाइल जैसा मारक हथियार है। ये मिसाइल 4 हजार किलोमीटर दूर तक हमला कर सकती है। इसके साथ ही चीन के पास युद्धपोतों को नष्ट करने की क्षमता रखने वाली डीएफ-21डी बैलेस्टिक मिसाइल भी है। इसके साथ ही चीन के पास जमीन पर युद्ध के लिए जेडटीएल-09 टैंक जैसा हथियार है। बताया जा रहा है कि इस टैंक की तैनाती भी बॉर्डर के पार की जा सकती है। युद्ध की स्थिति में ये टैंक 105 एमएम तोप से लैस होकर दो किलोमीटर से ज्यादा दूरी पर खड़े शख्स को निशाना बना सकती है। इसके साथ ही चीन के पास जेडबीडी-04 जैसा खतरनाक टैंक भी है। इसके साथ ही चीन के पास जेडटीजेड-99 ए टैंक जैसे हथियार भी है। बताया जा रहा है कि इस टैंक भी तैनाती भी बॉर्डर के उस पार की जा सकती है। इस टैंक में 125एमएम स्मूथबोर तोप फिट की गई है ये टैंक एक मिनट में आठ गोले दागने की क्षमता रखता है।
इस बीच चीन की मीडिया का कहना है कि तिब्बत में हजारों टन सैन्य साज़ो सामान जुटा दिया गया है। रेल और सड़क मार्ग का इस्तेमाल कर चीन ने ये सारे हथियार बॉर्डर के पार जमा किए गए हैं। देखा भी गया है कि काफी वक्त पहले से चीन सीमांत इलाकों में रेल और सड़क यातायात ठीक कर रहा है। चीनी मीडिया का कहना है कि उत्तरी तिब्बत में स्थित कुनलुन पहाड़ी क्षेत्र में ये सारा सामान जमा किया है। चीन तिब्बत की चुंबी घाटी स्थित डोकलाम में सड़क बनाने की लगातार कोशिश कर रहा है। इसे लेकर भारत और भूटान ने कड़ा विरोध दर्ज किया था। ये इलाका इसलिए संवेदनशील है क्योंकि भारत को उत्तरपूर्वी राज्यों के साथ जोड़ने वाला सिलिगुड़ी गलियारा इसी के ठीक नीचे है। अब देखना है कि ड्रैगन की इस करतूत का भारत किस तरह से जवाब देता है। जिस तरह से चीन बॉर्डर के उस पार हथियार जमाने की कोशिश कर रहा है, उससे तो साफ है कि आने वाले वक्त में वो भारत को सामरिक लिहाज से टक्कर देने की तैयारी कर रहा है।