देवभूमि का वीर शहीद, पिता से सीखी देशभक्ति, देश नहीं भूलेगा ये कुर्बानी
Aug 9 2017 11:49AM, Writer:कपिल
आज उत्तराखंड की जुबान पर एक शहीद का नाम है। शहीद पवन सिंह सुगरा। यूं तो देश को दवभूमि ने ना जाने कितना वीर सपूत दिए हैं। हर बार हर जंग में देवभूमि के वीर सपूतं ने देश की रक्षा में अपनी जान पर खेला। एक बार फिर जम्मू कश्मीर में आंतकियों से लोहा लेते हुए उत्तराखंड का एक और लाल देश पर कुर्बान हो गया। पिथौरागढ़ जिले के गंगोलीहाट तहसील के अंतर्गत सुगड़ी गांव का रहने वाला था पवन सिंह सुगरा। 20 कुमाऊं रेजीमेंट का ये जवान जम्मू कश्मीर के पुंछ में शहीद हो गया। जम्मू कश्मीर के बलनोई क्षेत्र में पाकिस्तान की सेना की ओर से स्नाइपर शॉट दागे गए। इसका निशाना पवन बन गए और वो जमींन पर गिर गए। इसके बाद पवन को तुरंत अस्पताल ले जाया गया जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। अब जरा आप पवन की कहानी भी सुनिए।
पवन 2016 में सेना में भर्ती हुए थे। बचपन से ही उनमें देशभक्ति का जुनून सवार था। देश की रक्षा के लिए व हर जगह हुंकार भरते थे। पवन ने स्कूली शिक्षा इंटर विवेकानंद गंगोलीहाट से पूरी की। पवन जब पिथौरागढ् महाविद्यालय से बीए सेकंड ईयर में पढ़ रहे थे, उसी दौरान सेना में भर्ती हुए थे। पवन सिंह के बड़े भाई धकरज सुगड़ा हल्द्वानी कोतवाली में कार्यरत हैं। इसके अलावा पवन की दो बहने भी हैं। पवन सिंह के पिता दान सिंह सुगड़ा भी आर्मी से रिटायर्ड हैं। पिता से ही पवन ने देशभक्ति सीखी और सेना में जाकर देश की रक्षा करने का फैसला लिया। पवन चार भाई बहनों में सबसे छोटे हैं। आप समझ सकते हैं कि जवान बेटे का इस तरह चला जाना कितना दर्द देता है। पवन की शहादत की खबर मिलने के बाद घर में कोहराम मच गया।
परिवार में सबसे लाडला बेटा आज देश के लिए शहीद हो गया। सेना की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि सिपाही पवन सिंह सुगरा एक बहादुर और निष्ठावान सैनिक थे। देश उनके बलिदान को कभी नहीं भूला पाएगा। एक अधिकारी ने बताया कि सेना ने शोपियां जिले के जायपोरा इलाके में आतंकवादियों की मौजूदगी की खुफिया जानकारी मिलने के बाद रात को इलाके की घेराबंदी कर एक खोज अभियान शुरू किया था। आपको याद होगा इससे पहले भारतीय सेना ने पुलवामा में अबु दुजाना को ढेर किया था। पिछले सप्ताह जम्मू-कश्मीर स्थित पुलवामा के काकापोरा में सुरक्षाबलों ने लश्कर-ए-तैयबा के आतंकियों के साथ मुठभेड़ में अबु दुजाना को मार गिराया था। उत्तराखंड ने सीमा पर एक और वीर जवान खो दिया है। शहादत को आप भी सलामी दें।