‘पान खाकर धरती पर थूकने वालों को वंदे मातरम् कहने का हक नहीं’
Sep 11 2017 1:59PM, Writer:सुमित
पीएम मोदी ने देशभर के विश्वविद्यालयों के छात्रों को संबोधित किया है। इस संबोधन में मोदी ने ऐतिहासिलक भाषण दिया है। 11 सितंबर का ये दिन बेहद खास भी है। दरअसल इसी दिन 125 साल पहले स्वामी विवेकानंद ने शिकागों की विश्व धर्म संसद में भाषण दिया था। इस भाषण के दौरान स्वामी विवेकानंद ने दुनिया को हैरान कर दिया था कि भारत में ऐसे ओजस्वी लोग हैं। मोदी ने कहा कि दुनिया को 2001 से पहले 9/11 के बारे में पता नहीं था। इसके साथ ही मोदी ने स्वच्छता अभियान को लेकर बड़ी बात कही। उन्होंने कहा कि पान खाकर जमीन पर थूकने वालों को वंदे मातरम कहने का कोई हक नहीं है। आज के दौर में भारत में पान, तंबाकू, गुटखा खाने वालों की कोई कमी नहीं है। इस वजह से भारत में हर साल ना जाने कितने लोग मौत के मुंह में समा जाते हैं।
मोदी ने कहा कि महात्मा गांधी, स्वामी विवेकानंद और शहीद भगत सिंह के सपनों का हिंदुस्तान बनाने की जिम्मेदारी हर हिंदुस्तानी की है। मोदी ने कहा कि आज दुनिया भारत को अलग ही नजरिए से देख रही है। उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद में एक आग थी, एक ओज था, जिसका हर किसी को अनुसरण करना चाहिए। मोदी ने कहा कि " मैं पूरे देश से पूछ रहा हूं कि क्या हमें वंदे मातरम कहने का हक है ? मैं ये जानता हूं कि ये बात हजारों लोगों को दर्द पहुंचाएगी।’’उन्होंने कहा कि ‘’आज हम लोग पान खाकर जमीन पर थूकते हैंय यानी भारत मां पर थूकते हैं, हम जगह जगह इस भारत मां पर कचरा फेंकते हैं और फिर वंदे मातरम कहते हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों को वंदे मातरम कहने का कोई हक नहीं है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इसके लिए पहला हक उन लोगों को है जो सफाई करते हैं।"
मोदी ने कहा कि ये जरूर सोचें कि ये हमारी भारत माता सुजलाम सुफलाम भारत माता है। उन्होंने कहा कि कोई सफाई करे या ना करे लेकिन इसे गंदा करने का हक किसी को नहीं है। उन्होंने कहा कि गंगा की सफाई करें, स्नान करें लेकिन ये भी सोचें कि इसमें कचरा ना डालें।मोदी ने कहा कि क्या अगर आज विवेकानंद होते तो हमें ये सब करने पर नहीं डांटते? सफाई को लेकर मोदी ने कई बातें कही हैं। उन्होंने कहा कि आज हर कोई स्वस्थ इसलिए है, क्योंकि उसके आस पास एक सफाई कर्मचारी है। इसके साथ ही मोदी ने कहा कि उन्हें खुशी होती है क्योंकि देश में कई बेटियां ऐसी हैं जो शौचालय ना होने पर शादी नहीं करती। इसके अलावा भी पीएम मोदी ने इस संबोधन में कई बातें कहीं लेकिन जिस बात की तारीफ हो रही है, वो सफाई को लेकर दिया गया ये ऐतिहासिक भाषण है।