देवभूमि के छोरे की बदौलत ऑस्कर जीतेगी फिल्म ‘न्यूटन’, बॉलीवुड में पहाड़ी दम !
Sep 26 2017 8:18AM, Writer:सशील
हाल ही में आपने ये खबर तो सुन ली होगी कि हाल ही में रिलीज हुई फिल्म न्यूटन को ऑस्कर की रेस में शामिल कर लिया गया है। लेकिन क्या आप ये जानते हैं कि आखिर इसके पीछे हाथ किसका है ? जाहिर है ऑस्कर जैसा सम्मान पाने के लिए टीम वर्क की जरूरत होती है। लेकिन किसी भी फिल्म के लिए सबसे ज्यादा जरूरी होती है स्टोरी लाइन। आपकी फिल्म की कहानी क्या होगी, उसे पहले से ही बकायदा लिखा जाता है। क्या आप जानते हैं कि न्यूटन फिल्म को एक पहाड़ी ने ही लिखा है। जी हां इस फिल्म को मयंक तिवारी ने लिखा है। वो ही मयंक तिवारी, जो कभी फिल्म इंडस्ट्री में अपनी पहचान कायम करने के लिए उत्तराखंड से बॉलीवुड की ओर चला था। आज मयंक तिवारी की पहचान किसी छोटे मोटे नही बल्कि धारदार स्क्रिप्ट राइटर की हो गई है।
अब आपको जरा मंयक की जिंदगी के बारे में भी बता देते हैं। मयंक तिवारी ने करीब दस साल तक पत्रकारिता की। इसके बाद उन्होंने फिल्म लेखन के क्षेत्र को चुना। क्या आप जानत हैं कि इससे पहले मयंक तिवारी रागिनी एमएसएस जैसी फिल्म की कहानी भी लिख चुके हैं। मयंक मूल रूप से नैनीताल के रहने वाले हैं। नैनीताल हाईकोर्ट के पास उनका पैतृक घर है। मयंक की पढ़ाई दिल्ली में हुई है और उनका ननिहाल गंगोलीहाट में है। मयंक को लिखना हमेशा से ही पसंद रहा। उन्होंने फिल्मों की कहानी लिखने पर फोकस किया। उन्होंने पहली कहानी रागिनी एमएमएस के लिए लिखी थी। इसक बाद न्होंने सुलेमानी कीड़ा फिल्म के लिए कहानी लिखी थी। इस फिल्म में उन्होंने स्क्रिप्ट राइटिंग के साथ-साथ एक्टिंग भी की। इसके बाद उन्हें करियर की एक और सबस बड़ी जिम्मेदारी मिली।
न्यूटन फिल्म में मयंक ने सह लेखक की भूमिका निभाई है। कहते हैं अगर आपके मन में कुछ कर गुजरने की चाहत हो, तो आप असंभव को भी संभव बना सकते हैं। ऐसा ही कुछ मयंक तिवारी ने भी अपनी जिंदगी में किया है। मयंक आज बॉलीवुड में बेहतरीन राइटर की भूमिका अदा कर रहे हैं। पहाड़ियों ने उत्तराखंड ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में अपनी आवाज का लोहा मनवाया है। इससे पता चलता है कि आगे चलकर उत्तराखंड का ये युवा किस लेवल पर जाने वाले हैं। फिलहाल आप न्यूटन के कुछ सीन देखिए।