सीएम त्रिवेंद्र का बड़ा एक्शन, गरीबों का राशन लूटने वाला बईमान ऑफिसर बर्खास्त !
Oct 3 2017 9:46AM, Writer:सुनील
लग रहा है कि सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत लगातार अपने एक्शन को अंजाम दे रहे हैं। आपको याद होगा कि सीएम ने कछ वक्त पहले कहा था कि ‘चलता है’ शब्द अब सरकारी कामों में नहीं चलगा। इस बीच सीएम त्रिवेंद्र को खबर मिली थी कि सार्वजनिक वितरण प्रणाली में कुछ अनियमितताएं सामने आ रही हैं। भ्रष्टाचार पर कड़ी कार्रवाई करते हुए सीएम ने तुरंत एक्शन लिया और एक अधिकारी को बर्खास्त कर दिया। इसके साथ ही ये जांच अभी खत्म नहीं हुई है। आगे भी सीएम द्वारा इस मामले में कुछ लोगों की लिस्ट तैयार की गई है, जिसके बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं। दरअसल सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत को खबर मिली थी। सार्वजनिक वितरण प्रणाली के कामों में अनियमितताएं पाई जा रही हैं। इसके साथ ही उन्हें खबर मिली कि दस्तावेजों में भी व्यापक स्तर पर गड़बड़ी मिल रही है।
सीएम ने तुरंत एक्शन लिया। सिर्फ एक्शन ही नहीं लिया बल्कि आरएफसी कुमाऊं विष्णु सिंह धनिक को बर्खास्त करने के आदेश दे दिए। सीएम के आदेश के बाद से विष्णु सिंह धनिक को डिसमिस कर दिया गया है। अब जरा पूरा केस जान लीजिए। मिली जानकारी के मुताबिक, काशीपुर और किच्छा गोदाम के सत्यापन के दौरान सार्वजनिक वितरण प्रणाली के माध्यम से सस्ता खाद्यान्न यानी गरीबों को दिए जाने वाले खाद्यान में गंभीर अनियमितताएं पाई गई। इसके साथ ही दस्तावेजों में बड़े स्तर पर गड़बड़ी पाई गई। इसके बाद मुख्यमंत्री के आदेश पर विष्णु धनिक को बर्खास्त कर दिया गया है। इसके अलावा राईस मिल के तत्कालीन डिप्टी आरएमओ समेत कुछ और भी अधिकारियों को मामले में संलिप्त पाया गया है।
अगले दो दिन के भीतर सभी अधिकारियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई के आदेश दे दिए गए हैं। इस काम के लिए प्रमुख सचिव एवं आयुक्त खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति को निर्देश दिया गया है। राज्य के गरीब वर्ग को सार्वजनिक वितरण प्रणाली के जरिए सस्ता खाद्यान दिया जाता है। लकिन गरीबों तक ये खाद्यान नहीं पहुंच रहा था। इसके साथ ही इसकी घटिया गुणवत्ता भी काफी चिंताजनक थी। मुख्यमंत्री ने 2 अगस्त, 2017 को इस मामले पर एसआईटी गठित करने के आदेश दिए थे। एसआईटी को अनेक स्तर पर गड़बड़ी और भ्रष्टाचार के मामले मिले। इस वजह से सरकार को राजस्व में करोड़ो रुपये का नुकसान भी हुआ है। सीएम ने तत्काल प्रभाव से आरएफसी कुमाऊं को बर्खास्त करने के आदेश दिये। अग्रिम आदेशों तक आरएफसी कुमाऊं का कार्यभार जिलाधिकारी ऊधम सिंह नगर को दिया गया है।