देहरादून मेट्रो से जुड़ी बड़ी खबर , जनवरी में मिलेगी GOOD NEWS
Nov 21 2017 3:26PM, Writer:कपिल
देहरादून मेट्रो से जुड़ी एक बड़ी खबर निकलकर सामने आ रही है। जी हां बताया जा रहा है कि एक महीने बाद यानी जनवरी में ये परियोजना रफ्तार पकड़ लेगी। खबर है कि जनवरी 2018 में इस परियोजना की डीपीआर को कैबिनेट में रखा जाएगा। इसके साथ ही इस मेट्रो परियोजना को लेकर लाइट रेल ट्रांजिट सिस्टम तैयार किया जा रहा है। ये उत्तराखंड के लिए एकदम नई तकनीक है। 24 और 25 नवंबर को दिल्ली में दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन के अधिकारियों के साथ एक मीटिंग होनी है। इसमें देहरादून मेट्रो से जुड़ी बाकी बचे कामों पर चर्चा की जाएगी। प्रबंध निदेशक जितेंद्र त्यागी ने इस बारे में कुछ खास बातें बताई हैं। उनके मुताबिक एलआटीएस वैसे तो मेट्रो की तरह ही है, लेकिन इसकी टेक्नोलॉजी जरा अलग होगी। इस वजह से डीएमआरसी अधिकारियों के साथ बैठ कर और भी जानकारियां जुटाई जाएंगी।
इस बैठक में इस बात की भी जानकारी ली जाएगी कि कौन-कौन सी कंपनी इस टेक्नोलॉजी पर काम कर सकती है। प्रबंध निदेशक त्यागी का कहना है कि पहला फेज 24 किलोमीटर का होगा। इसमें आइएसबीटी-कंडोली-राजपुर और एफआरआइ को जोड़ा जाएगा। बताया जा रहा है कि पहले फेज पर कलागत करीब 3,372 करोड़ रुपये आएगी। साल 2021 तक पहले फेज का निर्माण पूरा कर दिया जाएगा। इसके साथ ही इस परियोजना के लिए वित्तीय संसाधन जुटाने की तैयारियां की जा रही हैं। फिलहाल एशियन डेवलपमेंट बैंक, यूरोपियन यूनियन बैंक और फ्रांस के केएफडब्ल्यू डेवलपमेंट बैंक से कर्ज लेने पर विचार किया जा रहा है। ये कर्ज दो फीसदी ब्याज पर लिया जा सकता है। इस मेट्रो रेल परियोजना के पहले फेज की लागत करीब 3372 करोड़ रुपये आंकी गई है। इस बीच सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत इस परियोजना को लेकर काफी उत्साहित हैं।
सीएम त्रिवेंद्र ने साफ कहा है कि इस परियोजना के लिए बजट को बाधा नहीं बनने दिया जाएगा। उनका कहना है कि इस काम को जल्द से जल्द पूरा करने पर ही फोकस है। इस परियोजना का दूसरा फेज हरिद्वार-ऋषिकेश, आइएसबीटी-नेपाली फार्म होगा। इसके लिए सॉइल टेस्टिंग का काम शुरू कर दिया गया है। दोनों कॉरीडोर पर हर 200 मीटर के फासले पर सॉइल टेस्टिंग का काम किया जा रहा है। इस तरह से पता लगाया जा सकेगा कि परियोजना रूट पर भूगर्भ की स्थिति कैसी है। कुल मिलाकर कहें तो उत्तराखंड के लिहाज से ये एक बेहतरीन खबर साबित हो रही है। खास बात ये है कि सीएम त्रिवेंद्र रावत खुद इस काम पर बारीकी से नजर रख रहे हैं। उनका कहना है कि इस काम में लापरवाही बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं की जाएगी और उत्तराखंड की जनता को जल्द से जल्द मेट्रो रेल प्रोजक्ट सौंपा जाएगा।