एक उत्तराखंडी विदेश में सुपरहिट, दुनिया को फिर दिखाई ‘पहाड़ियों’ वाली इंसानियत
Jan 7 2018 10:14AM, Writer:कपिल
कहते हैं कि इंसानियत से बड़ा कोई धर्म नहीं और इस धर्म का पालन करने वाले शख्स से बड़ा कोई इंसान भी नहीं। आपके दिल में अगरप इंसानियतड जिंदा है, तो आप जिंदादिल हैं। मरी हुई इंसानियत के साथ जीकर भला क्या फायदा ? आज उत्तराखंड के लोग हर मामले में दुनिया में मिसाल पेश कर रहे हैं। एक उत्तराखँडी विदेश में रहकर देवभूमि का मान बढ़ा रहा है। एक बार फिर से उस देवभूमि के सपूत ने उत्तराखंड के रहने वाले शख्स की मदद कर दी। रोशन रतूड़ी अब तक ना जाने कितने असहाय लोगों के लिए मददगार बन चुके हैं। विदेश में रहकर दुनियाभर के अलग अलग मुल्कों के लोगों को रोशन मदद करते हैं। रोशन ने एक बार फिर से दुबई में रह रहे एक उत्तराखंडी की मदद की और साबित किया कि इंसानियत हमेशा जिंदा रहे तो कोई भी आपके रास्ते में मुश्किलें नहीं ला सकता।
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इस बार रोशन रतूड़ी ने राकेश सिह नेगी की मदद की है। इस बारे में उन्होंने अपनी फेसबुक वॉल पर भी जानकारी दी है। राकेश सिंह नेगी उत्तराखंड के रहने वाले है, जो दुबई विदेश मैं नौकरी करते हैं। रोशन ने आगे बताया कि राकेश नेगी के बेटे की कुछ दिन पहले अचानक मौत हो गयी थी। उनका बेटा महज 6 साल का था। जाहिर सी बात है कि एक पिता पर दुखों का पहाड़ टूट गया होगा। राकेश नेगी बहुत दुखी थे,परेशान थे। वो आखिरी वक्त में अपने बेटे को एक बार देखना चाहते थे। लेकिन राकेश की कम्पनी उनको नही छोड़ रही थी, ना ही उनका पासपोर्ट दे रही थी। इसके बाद राकेश नेगी को कहीं से रोशन रतूड़ी का नंबर मिला। राकेश नेगी ने रोशन रतूड़ी से सम्पर्क किया और रोशन रतूड़ी की एक कोशिश की वजह से राकेश नेगी उत्तराखंड लौट आए हैं।
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रोशन रतूड़ी कहते हैं कि हमारा एक छोटा सा प्रयास दूसरों के जीवन को ख़ुशियाँ दे सकता है । हमेशा दुसरो की मदद करो,सच्चाई के साथ काम करते रहो और अपने हक़ के लिए किसी से मत डरो, वरना हर बड़ी मछली छोटी मछली को वेवजह यूं ही डराती रहेंगी। रोशन कहते हैं कि सभी को एक जुट होकर मज़बूती और सच्चाई के साथ मुक़ाबला करना चाहिए। रोशन कहते हैं कि वो जब तक जिंदा हैं, विदेश में फंसे लोगों की मदद करते रहेंगे। धन्य हैं ऐसे लोग, जिनके दिलों में इंसानियत जिंदा हैं।