Video: देवभूमि को बॉलीवुड स्टार विवेक ओबेरॉय का प्रणाम, खुद बताई मां नंदा देवी की महिमा
Feb 7 2018 8:17PM, Writer:कपिल
देवभूमि उत्तराखंड के नंदादेवी मंदिर, नंदादेवी राजजात यात्रा के बारे में तो आप जानते ही होंगे। दुनिया के लिए नंदा देवी राजजात यात्रा अभी भी चर्चा का विषय बनी हुई है। इस बीच हम आपके सामने एक बेहतरीन वीडियो लेकर आए हैं। बॉलीवुड स्टार विवेक ओबेरॉय को उत्तराखंड से बेहद प्यार है। वो बार बार उत्तराखंड आते हैं और देवी-देवताओं की शरण में चले जाते हैं। इस बीच हम जो वीडियो आपको दिखाने जा रहे हैं, वो पुराना तो है, लेकिन आज भी ये वीडियो अपने आप में नयापन समेटे हुए है। नंदा देवी राजजात के बारे में खुद बॉलीवुड स्टार विवेक ओबेरॉय बता रहे हैं। वो एक डॉक्यूमेंट्री के जरिए उत्तराखंड और मां नंदा देवी की महिमा के बारे में बता रहे हैं। लोक इतिहास के अनुसार नन्दा गढ़वाल के राजाओं के साथ-साथ कुँमाऊ के कत्युरी राजवंश की ईष्टदेवी थी। ईष्टदेवी होने के कारण नन्दादेवी को राजराजेश्वरी कहकर सम्बोधित किया जाता है।
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नन्दादेवी को पार्वती की बहन के रुप में देखा जाता है। पूरे उत्तराँचल में समान रुप से पूजे जाने के कारण नन्दादेवी के समस्त प्रदेश में धार्मिक एकता के सूत्र के रुप में देखा गया है। सामान्य लोगों की मान्यता के अनुसार नन्दादेवी दक्ष प्रजापति की सात कन्याओं में से एक थीं। नन्दादेवी का विवाह शिव के साथ होना माना जाता है। शिव के साथ ऊँचे बर्फीले पर्वतों पर नन्दादेवी रहती हैं। पति के साथ होने के सुख के बदले भीषण से भीषण कष्ट वह हंसकर सह लेती है। कहीं-कहीं नन्दादेवी को पार्वती का रुप ही माना गया है। नन्दा के अनेक नामों में प्रमुख है, शिवा, सुनन्दा, शुभानन्दा, नन्दिनी। उत्तरांचल में देवताओं की स्तुति में रात-दिन जगकर गाए जाने वाले गीत को जागर कहते हैं। हर बारहवें साल में नंदादेवी राजजात का भव्य आयोजन किया जाता है। राजजात या नन्दाजात का अर्थ है राज राजेश्वरी नन्दादेवी की यात्रा।
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देवभूमि में देवी देवताओं की जात बड़े धूमधाम से मनाई जाती है। जात का अर्थ होता है देवयात्रा। लोक विश्वास ये है कि नन्दा देवी हिन्दी माह के भादो के कृष्णपक्ष में अपने मैत यानी मायके पधारतीं हैं। अब आपको भी ये वीडियो देखिए और गर्व कीजिए कि विवेक ओबेरॉय ने इस पूरी डॉक्यूमेंट्री में मां की महिमा का बखान किया है।