Video: देश की पहली महिला BSF कमांडेंट, जो भारत-पाकिस्तान बॉर्डर पर तैनात है
Apr 5 2018 8:54PM, Writer:कपिल
सलाम नारी...सलाम नारी शक्ति। ये बात सच है कि आज महिलाएं हर क्षेत्र में पुरुषों को चुनौती दे रही हैं और आगे बढ़ रही हैं। खास तौर पर खुद को समाज में सबसे बड़ा समझने वाले पुरुषों के लिए ये खबर एक जवाब की तरह है। इस महिला ऑफिसर के दल में शेरनी सा जज्बा भरा है। नाम है असिस्टेंट कमांडेंट तनुश्री पारीक तनुश्री बीएसएफ के 40 साल के इतिहास में पहली महिला असिस्टेंट कमांडेंट हैं। इस वक्त तनुश्री पाकिस्तान की सीमा से सटे इलाके बाड़मेर में ड्यूटी पर तैनात हैं। बाड़मेर एक ऐसी जगह है जहां गर्मियों में तापमान 60 डिग्री तक चला जाता है। आप एसी कमरों में बैठकर अगर खुद को महफूज़ महसूस कर रहे हैं , तो इसके पीछे ऐसी महिला ऑफिसर्स का भी हाथ है। आजकल तनुश्री पारीक कैमल सफारी के जरिए बीएसएफ की महिला जवानों के साथ नारी सशक्तिकरण का संदेश दे रही हैं।
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अब जरा तनुश्री की जिंदगी के संघर्ष को भी समझने की कोशिश कीजिए। तनुश्री 2014 बैच की BSF अधिकारी हैं। 2014 में उन्होंने UPSC की असिस्टेंट कमांडेंट की परीक्षा पास की थी। इसके बाद उन्होंने टेकनपुर स्थित SSB अकादमी में आयोजित पासिंग आउट परेड में उन्होंने देश की पहली महिला असिस्टेंट कमांडेंट के रूप में हिस्सा लिया। 67 अधिकारियों के दीक्षांत समारोह में परेड का नेतृत्व खुद तनुश्री ने ही किया था। इसके बाद उन्होंने बीएसएफ अकादमी के 40वें बैच में 52 हफ्तों की ट्रेनिंग ली। इसके बाद तनुश्री को भारत-पाकिस्तान सीमा पर तैनाती मिली। तनुश्री पंजाब फ्रंटियर में तैनात हैं। वो कहती हैं कि उनका कहना है कि उन्हें बचपन से ही सेना में जाने का जुनून था। जिस दौरान बीकामेर में बॉर्डर फिल्म की शूटिंग हो रही थी तो तनुश्री वहां जाया करती थी।
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कौन जानता था कि ये देखते देखते वो एक दिन सेना में ऑफिसर बन जाएगी। ये बेटी स्कूल और कॉलेज में एनसीसी कैडेट भी रह चुकी है। तनुश्री कहती हैं, कि मैं फोर्स में आई हूं और ये तभी कामयाब हो सकेगी, जब मेरी तरह दूसरी बेटियां भी फोर्स में जाएं। वो कहती हैं कि हर मां-बाप को अपनी बेटियों पर भरोसा होना चाहिए। बेटियां बचाएं क्योंकि वास्तव में बेटियां ही इस देश का भविष्य हैं।