बद्रीनाथ का छत्र 300 साल बाद बदलेगा, रानी अहिल्याबाई के बाद इस परिवार का नंबर
Apr 6 2018 6:20PM, Writer:मीत
सबसे पहले आपको बाबा बद्रीनाथ के छत्र के बारे में कुछ जानकारी दे देते हैं। इस वक्त बाबा बदरीनाथ के गर्भगृह में जो वर्षों पुराना सोने का छत्र मौजूद है वो करीब दो किलोग्राम का है। इस छत्र को मध्य प्रदेश की महारानी अहिल्याबाई होल्कर ने चढ़ाया था। बद्रीनाथ का वर्तमान मंदिर रामनुजसंप्रदाय के स्वामी वरदराज की प्रेरणा से गढवाल नरेश ने पंद्रहवीं शताब्दी में बनवाया था। इसके बाद मंदिर पर सोने का छत्र और कलश इंदौर की महारानी अहिल्याबाई होल्कर ने चढाया था। लेकिन अब करीब 300 साल के बाद ये छत्र बदलने जा रहा है। इस छत्र को मुंबई में तैयार कराया जा रहा है। छत्र को बाने का काम आखिरी चरण में है। आपको बता दें कि लुधियाना के मुक्त परिवार को बद्रीनाथ धाम के छत्र का मौका मिला है। मुक्त परिवार के ही ज्ञानेश्वर सूद ने इस बारे में कुछ खास बातें बताई हैं।
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उनका कहना है कि वो पहली बार 1989 में बदरीनाथ धाम गए थे। ज्ञानेश्वर सूद बद्री केदार मंदिर समिति के एडवाइजर भी हैं। अब आपको नए स्वर्ण छत्र के बारे में कुछ खास बातें बता देते हैं। बताया जा रहा है कि 9 मई को बद्रीनाथ धाम में ये नया छत्र स्थापित किया जाएगा। बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के मुख्य कार्याधिकारी बीडी सिंह ने इस बारे में कुछ खास बातें बताई हैं। उन्होंने बताया कि बीते साल अक्तूबर में लुधियाना के व्यवसायी ज्ञानेंद्र सूद ने बद्रीनाथ धाम में सोने का छत्र चढ़ाने की इच्छा जताई थी। बीते साल ही उन्हें छत्र चढ़ाने की अनुमति दी गई थी। इस बार नए छत्र को 300 श्रद्धालुओं के जत्थे के साथ लुधियाना से बद्रीनाथ धाम लाया जाएगा। नौ मई को पूजा-अर्चना की जाएगी। इसके साथ ही विधि विधान के साथ छत्र को बद्रीनाथ धाम के गर्भगृह में स्थापित किया जाएगा।
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बदरीनाथ धाम का छत्र लगभग 300 साल पुराना है। बताया जा रहा है कि नया छत्र 4 किलो सोने का बना है। इसके साथ ही ये छत्र हीरे और रत्नों से जड़ा हुआ है। इसका डिजायन खुद उन्होंने ही तैयार किया है।