उत्तराखंड के जांबाज को मिली चुनौती ‘दम है तो मार के दिखाओ’...अगले दिन ढेर हुआ आतंकी
May 11 2018 11:42AM, Writer:आदिशा
अगर भारतीय सेना को आतंकी खुली चुनौती देने की सोच रहे हैं, तो पहले जरा ये खबर पढ़ लीजिए। भारतीय सेना में उत्तराखंड के ऐसे कई वीर सपूत हैं, जो आतंकियों की ईंट से ईंट बजा रहे हैं। ऐसे में आतंकियों द्वारा इन जवानों को धमकी देने का मतलब है कि वो अपनी मौत बुला रहे हैं। हाल ही में कुछ ऐसा ही हुआ। आतंकी संगठन हिजबुल के टॉप कमांडर ने जब उत्तराखंड के वीर सपूत को धमकी दी, तो अगले दिन उसकी लाश मिली। ये हैं देहरादून के लाल मेजर रोहित शुक्ला, जिन्होंने आतंकियों की बस्ती में कोहराम मचा दिया। दरअसल लश्कर के टॉप कमांडर समीर अहमद उर्फ टाइगर ने ये धमकी दी थी कि भारतीय सेना उसका कुछ नहीं बिगाड़ सकती। बस फिर क्या था मेजर रोहित शुक्ला अपनी टीम के साथ आतंकियों को खत्म करने के ऑपरेशन में जुट गए।
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अगले ही दिन टाइगर मिट्टी में मिल गया था और देशभर में पुलवामा में हुए एनकाउंटर के चर्चे शुरू हो गए। इस ऑपरेशन में मेजर शुक्ला के हाथ पर एक गोली लगी है। हालांकि अब वो खतरे से बाहर हैं। मेजर रोहित के माता-पिता को उनकी अदम्य बहादुरी पर गर्व है। आपको बता दें कि मेजर शुक्ला को इसी साल शौर्य चक्र से सम्मानित भी किया गया है। उनकी हालत में धीरे धीरे सुधार हो रहा है। ये मुठभेड़ पुलवामा के द्राबगाम में हुई थी। दोनों तरफ से चली गोलीबारी में आतंकियों के कमांडर का नामों-निशान मिट गया। मेजर रोहित देहरादून के रहने वाले हैं। इस ऑपरेशन को एसओजी और सीआरपीएफ की ज्वॉइंट टीम ने मिलकर अंजाम दिया था। इस मुठभेड़ में टाइगर के अलावा आकिब खान को भी मार दिया गया है। खास बात ये है कि इस मुठभेड़ से पहले आतंकी द्वारा मेजर रोहित शुक्ला को चुनौती दी गई थी।
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इस पूरे ऑपरेशन को मेजर शुक्ला ही लीड कर रहे थे। आतंकी टाइगर ने एक वीडियो रिलीज किया था। इसमें टाइगर कह रहा है कि ‘मां का दूध पिया है तो तो लड़ के दिखाओ’। इस धमकी के 24 घंटे के अंदर ही मेजर शुक्ला ने टाइगर को हिसाब किताब खत्म कर दिया। इस एनकाउंटर में मेजर रोहित शुक्ला के साथ तीन और सेना के जवान घायल हुए हैं। मेजर रोहित शुक्ला के माता-पिता वकील हैं। एनकाउंटर से ठीक एक दिन पहले उन्होंने रोहित से बातचीत की थी। रोहित के पिता ज्ञान शुक्ला ने मीडिया को बताया कि बेटे ने ही फोन पर उन्हें एनकाउंटर की जानकारी दी थी। मेजर रोहित शुक्ला इस वक्त राजपुताना राइफल्स में तैनात हैं। इससे पहले भी वो सेना के कई बड़े ऑपरेशन में शामिल हो चुके हैं। मेजर शुक्ला की जिंदगी का बस एक फलसफा है। वो कहते हैं कि फौज बनी है लोहा लेने के लिए।