32 साल पहले केदारनाथ से प्रेरणा मिली, अब देवभूमि को नई पहचान दे रहे हैं पीएम मोदी
Jun 20 2018 10:33AM, Writer:आदिशा
पीएम मोदी को बाबा केदारनाथ का बड़ा भक्त कहा जाता है। यूं तो देश और दुनिया की बड़ी बड़ी हस्तियां बाबा केदार के चरणों में सिर झुकाती हैं लेकिन पीएम मोदी की जिंदगी के हर मोड़ पर बाबा केदार का एक अलग ही महत्व रहा है। इस बार अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के लिए देवभूमि उत्तराखंड को चुना गया है और इसके पीछे पीएम मोदी का एक खास नाता है। क्या आप जानते हैं कि अध्यात्म की धरती उत्तराखंड में ही एक दौर में 32 साल पहले नरेंद्र मोदी ने साधना की थी। केदारनाथ की कंदराओं में ही मोदी ने योग-ध्यान किया था। केदारनाथ के पास गरुड़चट्टी में नरेंद्र मोदी साधना किया करते थे। उस वक्त वो रोजाना दो किलोमीटर नंगे पांव चलकर केदरनाथ के दर्शनों के लिए जाते थे। इस बात को खुद पीएम मोदी ने उस वक्त बताया था, जब वो बीते साल केदारनाथ आए थे।
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बीते साल केदारनाथ के कपाट बंद होने के मौके पर पीएम मोदी यहां आए थे और कहा था कि ‘एक दौर में मैं भी यहीं रम गया था’। मोदी ने पुराने दिनो को याद किया और कहा कि ‘ये बाबा केदार का ही आशीर्वाद है, जिसे मैं अपनी जिंदगी में सबसे बड़ा मानता हूं। ’केदारनाथ के गरुड़चट्टी में एक गुफा मौजूद है और यहीं रहकर पीएम मोदी ने साधना की थी। केदारनाथ के तीर्थ पुरोहित श्रीनिवास पोस्ती ने मीडिया को जानकारी दी है कि ‘वो दौर 1985 या 1986 का आ, जब नरेंद्र मोदी रोजाना संतों के साथ गरुड़चट्टी से नंगे पांव पैदल चलकर केदार धाम में बाबा के दर्शनों के लिए आते थे’। ये वो दौर था, जब नरेंद्र मोदी खुद को केदारनाथ के लिए समर्पित करना चाहते थे लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था। शायद ये ही वजह है कि पीएम मोदी केदारनाथ के नवनिर्माण के लिए बेहद गंभीर हैं।
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आखिरकार 32 साल के बाद देवभूमि उत्तराखंड को पीएम मोदी ने तोहफा दिया और अब उत्तराखंड से ही पूरे विश्व में योग और ध्यान का संदेश मिलेगा। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस उत्तराखंड में ही मनाया जा रहा है और खास बात ये है कि इसके लिए खुद पीएम मोदी उत्तराखंड में हैं। ये पहली बार है कि उत्तराखंड में इंटरनेशनल योगा डे मनाया जा रहा है। पीएम मोदी खुद बता चुके हैं कि उत्तराखंड योग, ध्यान, प्रकृति, खूबसूरती और देवताओं की धरती है। अब एक बार फिर से सारी दुनिया के सामने उत्तराखंड नई पहचान लेकर आया है। और इतना जरूर है कि पीएम मोदी का अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के कार्यक्रम के लिए उत्तराखंड को चुनना उनका इस क्षेत्र से दशकों पुराना नाता दर्शाता है। 32 साल पहले मिली इस प्रेरणा को वो खुद आगे बढ़ा रहे हैं।