Video:जब कबूतरी देवी के लिए पप्पू कार्की ने गाया था ये गीत, झूम उठा था उत्तराखंड
Jul 7 2018 1:37PM, Writer:कपिल
उत्तराखंड के दो सितारे... कबूतरी देवी जी और पप्पू कार्की। पप्पू कार्की के लिए कबूतरी देवी पहाड़ की उस मां की तरह रही, जिन्होंने परंपराओं को पालने का काम किया। उत्तराखंड की पहली लोकगायिका कबूतरी देवी जी अब हमारे बीच नहीं रहीं लेकिन उनसे जुड़ी एक बेहतरीन याद हम आपसे साझा कर रहे हैं। कबूतरी देवी जी का एक गीत जो हर किसी की जुंबा पर आता है। वो है ‘पहाड़ ठंडो पाणी’। इस गीत को स्वर्गीय पप्पू कार्की ने भी गाया था और दुनिया को बताया था कि कबूतरी देवी जी उत्तराखंड का एक अनमोल रत्न हैं। एक ऐसी गायिका जिन्होंने हर वक्त पहाड़ के बारे में सोचा। नियति ऐसी थी कि बेटा पलायन कर गया था लेकिन कबूतरी देवी जी को पहाड़ से इतना प्यार था कि 20 साल अभावों में जीने के बाद भी उन्होंने अपनी जगह नहीं छोड़ी।
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ऐसी ही कहानी पप्पू कार्की की भी रही। क्रूर किस्मत ने पप्पू कार्की को भी कुछ वक्त पहले ही हमसे छीन लिया था। पप्पू कार्की भी कभी दिल्ली के एक पेट्रोल पंप में काम करते थे लेकिन दिल में पहाड़ था। इसलिए वो अपनी धरती पर वापस लौटे थे और यहीं से धीरे धीरे गीत गाना शुरू किया था। पप्पू कार्की ने इसके बाद हल्द्वानी में ही अपना स्टूडियो बनाया था और स्थानीय गायकों की मदद करने लगे थे। पहाड़ से प्यार कैसे करना है, कबूतरी देवी और पप्पू कार्की की जिंदगी से हमें सीखना चाहिए। इन दोनों ने ही उत्तराखंड की लोककला और पारंपरिक संगीत को जिंदा रखा था। आप भी कबूतरी देवी की याद में पप्पू कार्की के द्वारा गाया गया ये गीत जरूर सुनें। आपको अच्छा लगेगा।