धन्य है देहरादून की बबीता, पति के हाथ की नसें कटी तो खुद चलाने लगी ई-रिक्शा
Jul 9 2018 8:08PM, Writer:शैलेश
राज्य समीक्षा की कोशिश रहती है कि आपके लिए कुछ ऐसी कहानियां लेकर आएं, जो प्रेरणादायक हैं। आज हम बात कर रहे हैं देहरादून की बेटी बबीता की। कहते हैं कि अगर हौसलों में ताकत है, तो सपनों को पूरा करन का जुनून दिल में जागता है। रास्ते खुद-ब-खुद बनते जाते हैं और मुसाफिर मंजिल तक पहुंच ही जाता है। बबीता की कहानी सच में बेहद ही दिलचस्प और प्रेरणादायी है। बबीता के पति रिक्शा चलाते थे और परिवार का गुजारा करते थे। इस दौरान उनके साथ एक हादसा हुआ और उनके हाथों की नसें कट गईं। ऐसे में परिवार के सामने रोजी रोटी का संकट आ गया था। परिवार में एक ही कमाने वाला और उसके साथ कोई हादसा हो जाए तो परिवार सड़क पर आ जाता है। बबीता ने हौसला नहीं हारा और पति की जगह ई-रिक्शा चलाने लगीं। बबीता अब देहरादून के मियांवाला से गुलर घाटी रूट पर ई-रिक्शा चलाती हैं। उनके हौसले की हर कोई दाद दे रहा है। राज्य समीक्षा के माध्यम से हम आपको बेटियों से जुड़ी छोटी-बड़ी कहानियां बताते रहते हैं। ऐसी ही एक बेटी बबिता की इस कहानी के जरिये बेटियों के हौसले को सलाम और भविष्य के लिए हार्दिक शुभकामनाएं। आप भी बबीता का ये वीडियो जरूर देखिए।