उत्तरकाशी के झिंडा बुग्याल में टूटी झील, पानी के सैलाब से धराली में मची तबाही !
Aug 10 2018 6:48PM, Writer:कपिल
इस वक्त उत्तरकाशी के धराली गांव के के बेहद बुरे हाल हैं। बताया जा रहा है कि श्रीकंठ हिमशिखर के ठीक नीचे झिंडा बुग्याल में भूधंसाव हो गया और यहां बनी झील टूट गई। इस वजह से बुधवार की रात खीर गंगा ने धराली गांव और बाजार में तबाही मचा दी। आपको बता दें किी धराली गांव गंगोत्री का प्रमुख पड़ाव भी है। सैलाब ने यहां सुरक्षा दीवार को फांद दिया और 50 से ज्यादा होटलों और घरों में जा घुसा। करीब तीस घरों की निचली मंजिलों में मलबा आ गया। गांव के बीच बनी पुलिया इस मलबे में दफन हो गई है। कल्प केदार मंदिर का कुछ हिस्सा भी मलबे में दब गया। एक चक्की आपदा की भेंट चढ़ गई, नदी से लगे सेब के बागान बर्बाद हो गए हैं, मुखवा जाने वाला पैदल रास्ता मलबे से पट गया है। इस आपदा की वजह से बिजली और पानी की लाइनों को जबरदस्त नुकसान हुआ है।
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बाढ़ के मलबे से सेब के फलों से लदे पेड़ क्षतिग्रस्त हो गए हैं। जिन किसानों की कमाई का जरिया ये सेब थे, उनका सब कुछ चौपट हो गया है। पूरे धराली गांव और बाजार पर बड़ा खतरा मंडरा रहा है। पानी का सैलाब पहले एक पुलिया पर अटका और फिर मलबे ने बाजार का रुख किया। खीर गंगा में उफान के साथ आया मलबा करीब एक किलोमीटर तक पसर गया है। लोग कह रहे हैं कि वो लंबे वक्त से इस पुलिया की जगह ऊंचा पुल बनाने की बात कह रहे हैं।

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साल 2013 में भी खीर गंगा में भारी मलबा आया था। उस दौरान भी इसी पुलिया पर मलबा अटका था और गांव और बाजार में तबाही मची थी। ये तस्वीर देखकर आप इस तबाही का अंदाजा लगा सकते हैं। सुरक्षा दीवारों के ऊपर तक मलबा जमा हो गया है और इस वजह से धराली गांव और बाजार में तबाही का खतरा मंडराने लगा है।