केदार आपदा में जिस माता-पिता को मरा दिखाकर मुआवजा हड़पा..वो अभी जिंदा हैं !
Aug 29 2018 10:58AM, Writer:रश्मि पुनेठा
2013 में उत्तराखंड में हुई महा विनाशलीला को अभी भूले नहीं होंगे आप। सदी की इस सबसे बड़ी त्रासदी ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया था । हजारों लोगों की जान चली गई थी, सैकड़ों परिवार तबाह हो गए थे। इस तबाही के 5 साल गुजर जाने के बाद अब इससे जुड़ा एक मुआवजा घोटाला सामने आया है। आरोप है कि कोलकाता के रहने वाले एक शख्स ने अपने माता- पिता को इस त्रासदी में मृत बताकर उत्तराखंड सरकार से लाखों का मुआवजा हड़प लिया। कोलकाता से आए एक शिकायती पत्र से हुए इस खुलासे के बाद से अफसरों की नींद उड़ी हुई है। शिकायतकर्ता ने इस पत्र में खुलासा किया है कि उनके एक साझेदार के बेटे ने अपने माता पिता को केदारनाथ आपदा में मृत बताकर उत्तराखंड सरकार से मुआवजा राशि भी हासिल कर ली, जबकि उसके माता पिता अभी भी जीवित हैं। एक वेबसाइट में इस खबर को प्रमुखता से छापा गया है। इस बारे में और भी बड़ी बाते बताई गई हैं।
यह भी पढें - केदार आपदा में खोई पत्नी जब 19 महीने के बाद मिली, तो रो पड़ी हर आंख..अब बन रही है फिल्म
सरकार को भेजे गए शिकायती पत्र में दावा किया गया है कि उत्तराखंड सरकार ने केदारनाथ त्रासदी के बाद मोहन जिंदल का मृत्यु प्रमाण पत्र संख्या 85/2013 और मीना जिंदल का मृत्यु प्रमाण पत्र संख्या 86/2013 साल 2013 में जारी किया था, जबकि मोहन जिंदल ने अक्तूबर, 2014 में अपनी कंपनी में बतौर निदेशक हस्ताक्षर किए हैं । पत्र में आरोप लगाया गया है कि मोहन के बेटे मनीष जिंदल ने अपने माता-पिता की मृत्यु की एफआईआर लिखवाई और इसी आधार पर सरकार से उनकी मौत का मुआवजा ले लिया। शिकायतकर्ता ने इस मामले से जुड़े सबूत भी सरकार को दिए हैं। शिकायत करने वाले शख्स ने पूरे मामले को फर्जी बताते हुए ये भी आरोप है कि मृत्यु के बाद परिवार ने क्रियाकर्म समेत धार्मिक अनुष्ठान भी नहीं कराया । मुआवजे में घोटाले का ये मामला सामने आने के बाद अब सरकार मामले की जांच कर रही है।