पहाड़ की बुजुर्ग दादी..खुद बीमार रहती हैं, लेकिन कोरोना मरीजों के लिए दान कर दी सारी जमापूंजी
बुजुर्ग पुष्पा देवी एक साल पहले ही चतुर्थ कर्मचारी के पद से रिटायर हुई हैं। अक्सर बीमार रहती हैं, चाहतीं तो जमापूंजी से अपना इलाज करा सकती थीं, लेकिन उन्होंने खुद से पहले देश के बारे में सोचा...आगे पढ़िए पूरी खबर
Apr 16 2020 3:17PM, Writer:कोमल नेगी
कोरोना से जंग में उत्तराखंड के लोग भी सरकार की बढ़-चढ़कर मदद कर रहे हैं। खासकर यहां की बुजुर्ग दादियां दिल खोलकर दान दे रही हैं। कुछ दिन पहले गौचर की बुजुर्ग देवकी भंडारी ने पीएम केयर फंड में 10 लाख रुपये दान देकर राष्ट्रपति का दिल जीत लिया था। अब पुरोला की पुष्पा नौडियाल ने कोरोना के खिलाफ लड़ाई में 72 हजार रुपये की आर्थिक मदद दी। पुष्पा देवी ने पीएम केयर फंड में 51 हजार रुपये दान दिए। जबकि 21 हजार रुपये जिलाधिकारी कोष में जमा कराए, ताकि उनका जिला, उनका देश कोरोना के खिलाफ जंग जारी रख सके। पुष्पा देवी पुरोला के वार्ड नंबर चार स्थित कोर्ट रोड के पास रहती हैं। वो एक साल पहले ही ऊर्जा निगम से चतुर्थ श्रेणी पद से रिटायर हुई हैं। पुष्पा नौडियाल के पति आत्माराम ऊर्जा निगम में थे। सालों पहले उनकी मौत हो गई थी। आगे पढ़िए
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बाद में उनकी जगह पुष्पा देवी को नौकरी मिली। साल 2019 में वो रिटायर हो गईं। पुष्पा देवी की कोई संतान नहीं है। वो अस्वस्थ रहती हैं। चाहतीं तो जमापूंजी से अपना इलाज करा सकती थीं, पर ऐसा करने की बजाय उन्होंने पहले देश के बारे में सोचा। अपने स्वास्थ्य की परवाह किए बगैर पुष्पा मंगलवार को एसडीएम ऑफिस पहुंची और अपनी पूरी जमापूंजी देश के हित के लिए दान कर दी। उत्तराखंड के अलग-अलग हिस्सों से ऐसी कई प्रेरणादायी कहानियां सामने आ रही हैं। रुद्रप्रयाग में पूर्व जिला पंचायत सदस्य और एचएएमसी देहरादून में प्रशासनिक अधिकारी ममता कुंवर ने अपनी एक महीने की सैलरी 50,000 रुपये पीएम राहत फंड में दान की। रुद्रप्रयाग की ही तल्लानागपुर क्षेत्र के मयकोटी की कीर्तन मंडली की महिलाओं ने भी 11,000 रुपये की धनराशि पीएम राहत कोश में दान की है।