गढ़वाल: जरूरी बैठक में नहीं आई CMO..DM ने रोकी सैलरी, जवाब भी मांगा
पिछले दिनों मुख्य सचिव ने स्वास्थ्य अधिकारियों की बैठक बुलाई थी, जिसमें टिहरी की सीएमओ नहीं पहुंची। मामले की गंभीरता को देखते हुए अब डीएम ने सीएमओ के खिलाफ कार्रवाई की है। जानिए पूरा मामला
Jan 7 2021 5:16PM, Writer:Komal Negi
उत्तराखंड में सरकारी मशीनरी पर जब-तब ढिलाई बरतने के आरोप लगते रहे हैं। कोरोना काल अभी खत्म नहीं हुआ है। कोरोना संक्रमण के केस लगातार सामने आ रहे हैं, वैक्सीनेशन की तैयारी चल रही है, लेकिन कुछ अधिकारी हैं कि विभाग की जरूरी मीटिंगों में पहुंचने तक की जहमत नहीं उठाते। टिहरी के जिला अस्पताल की सीएमओ पर भी कुछ ऐसे ही आरोप लगे हैं। सीएमओ मुख्य सचिव द्वारा बुलाई गई बैठक में नहीं पहुंचीं। जिसके बाद टिहरी डीएम ने मामले को गंभीरता से लेते हुए उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है। डीएम ने सीएमओ का वेतन रोकने के आदेश दिए। साथ ही उनसे मामले में जवाब भी मांगा है। दरअसल पिछले दिनों मुख्य सचिव ओम प्रकाश ने कोविड-19 वैक्सीन टीकाकरण अभियान के लिए एक बैठक बुलाई थी। राज्य स्तरीय मॉनिटरिंग समिति की बैठक वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए आयोजित हुई।
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इस बैठक में टिहरी अस्पताल की सीएमओ डॉ. सुमन आर्य अनुपस्थित रहीं। मामला बेहद गंभीर था। ऐसे में डीएम ईवा आशीष श्रीवास्तव ने मामले में तुरंत कार्रवाई करते हुए सीएमओ का वेतन रोकने के आदेश दिए। डीएम ईवा ने कहा कि बेहद महत्वपूर्ण बैठक में अनुपस्थित रहने पर सीएमओ डॉ. सुमन आर्य से जवाब तलब किया गया है। उन्हें दो दिन के भीतर लिखित जवाब देने को कहा गया है। इसके साथ ही सीएमओ का जनवरी महीने का वेतन रोकने के आदेश भी दिए गए। डीएम ने कहा कि कोरोना काल में स्वास्थ्य अधिकारियों की जिम्मेदारी बढ़ गई है। ऐसे में किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जा सकती। शासन की हर महत्वपूर्ण बैठक में संबंधित अधिकारियों का मौजूद रहना अनिवार्य है। ऐसा न करने वाले अफसरों के खिलाफ जरूरी कार्रवाई की जाएगी।