उत्तराखंड: करोड़ों की ठगी करने वाला गैंगस्टर गिरफ्तार, सेना में भर्ती के सपने दिखाता था
एसटीएफ ने धोखाधड़ी करने वाला फरार इनामी गैंगस्टर को गिरफ्तार कर लिया है। युवाओं को सेना में भर्ती के सपने दिखाकर ठगी करता था।
Mar 22 2024 11:01AM, Writer:राज्य समीक्षा डेस्क
युवाओं को सेना में भर्ती करवाने का सपना दिखाकर ठगी करने वाला इनामी गैंगस्टर पंकज सामंत एसटीएफ के हत्थे चढ़ चुका है। आरोपी के खिलाफ 6 से अधिक मुक़दमे हैं और यह 2 करोड़ से अधिक की ठगी कर चुका है।
Uttarakhand STF Arrested Gangster Pankaj Samant
उत्तराखंड स्पेशल टास्क फोर्स ने सेना में नौकरी दिलवाने के नाम पर बेरोजगार युवकों से 2 करोड़ की ठगी करने वाले इनामी गैंगस्टर पंकज सामंत को गिरफ्तार कर लिया है। एसटीएफ ने इस गैंगस्टर को देहरादून के धोरण खास थाना राजपुर क्षेत्र में पकड़ा।
पंकज सामंत देहरादून में ठिकाना बनाकर फिर से युवकों को ठगने का प्लान बना रहा था, लेकिन उससे पहले ही एसटीएफ ने उसे गिरफ्तार कर लिया। अपराधी पंकज सामंत के खिलाफ जनपद पिथौरागढ़ जिले के अलग-अलग थानों में चार और उधमसिंह नगर में दो मुकदमें दर्ज हैं।
गैंग का लीडर था पंकज
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ (उत्तराखण्ड) आयुष अग्रवाल ने बताया कि अभियुक्त पंकज सिंह ने अपने साथियों के साथ मिलकर जनपद पिथौरागढ़ में नवयुवकों से सेना में नौकरी दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी की। उन्होंने थाना क्षेत्र जौलजीवी से लगभग 70 लाख रुपये तथा पिथौरागढ़ व जाजरदेवल थाना क्षेत्रों आदि से लाखों रुपये की ठगी की है।
अपराधी ने अपने तीन साथियों के साथ मिलकर एक गैंग बनाया जिसका लीडर पंकज था। ये लोग मिलकर जौलजीवी, पिथौरागढ़ व जाजरदेवल आदि क्षेत्रों युवकों आईटीबीपी, सीआरपीएफ, बीएसएफ में भर्ती कराने के नाम पर लाखों की ठगी कर चुके हैं।
अपराधी पर था 10 हजार का इनाम
पुलिस ने मामले की जांच शुरू की तो सामने आया कि अपराधी वर्ष 2023 से लगातार फरार चल रहा था। इसकी गिरफ्तारी के लिए एसपी पिथौरागढ़ ने 10 हजार रुपए का इनाम घोषित भी किया था। एसटीएफ ने बताया की अपराधी इतना शातिर है कि वह ठगी के लिए किसी भी फोन का इस्तेमाल नहीं करता था। जिस कारण वो अभी तक पकड़ में नहीं आया। इसलिए एसटीएफ ने मैन्युअल सूचनाओं के आधार पर आरोपी के साक्ष्य जुटाए और तलाश में जुट गई। देर रात बुधवार को आरोपी देहरादून से गिरफ्तार कर लिया गया।
पूछताछ के बाद पता चला कि आरोपी गिरफ़्तारी से बचने के लिए काफी लम्बे समय से पहचान बदलकर धोरण खास, राजपुर में ठिकाना बनाए हुए था और परिवार से भी कोई संपर्क नहीं था। फरार होने के बाद से आरोपी ने फ़ोन भी बंद कर दिया था। एसटीएफ को महत्वपूर्ण इनपुट मिलने पर टीम ने दबिश की और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।