उत्तराखंड: देश-विदेश के सैलानियों के लिए 1017 होम स्टे तैयार..पहाड़ों में सबसे ज्यादा
उत्तराखंड आने वाले पर्यटक यहां के खान-पान और संस्कृति को करीब से देख सकें इसके लिए 1017 होम स्टे तैयार किए गए हैं। इनमें क्या खास है...चलिए जानते हैं।
Apr 26 2019 3:36AM, Writer:आदिशा
अगले महीने से चारधाम यात्रा शुरू हो जाएगी...देश-विदेश के लाखों श्रद्धालु उत्तराखंड आएंगे और आस्था-आध्यात्म के सरोवर में डुबकी लगाएंगे। चारधाम यात्रा के दौरान यात्री यहां से अच्छे अनुभव लेकर लौटें, इसके लिए शासन-प्रशासन ने खास तैयारी की है। इसी कड़ी में उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद ने राज्य के अलग-अलग हिस्सों में 1017 होम स्टे तैयार कराए हैं....ताकि चारधाम आने वाले पर्यटकों को घर जैसा अनुभव हो। बता दें कि होम स्टे के लिए पर्यटन विभाग को करीब 1292 आवेदन मिले थे, जिनमें से 1017 पंजीकृत हो गए हैं। 275 होम स्टे को अब भी स्वीकृति का इंतजार है। चलिए अब आपको बताते हैं कि राज्य में कहां कितने होम स्टे हैं। देहरादून में इनकी संख्या 211, हरिद्वार में 13, टिहरी में 105 और पौड़ी में 20 है। रुद्रप्रयाग में 57, चमोली में 126, ऊधमसिंहनगर में 02 और नैनीताल में 159 होम स्टे हैं। अल्मोड़ा में 103, पिथौरागढ़ में 141, बागेश्वर में 29, चंपावत में 05 होम स्टे हैं। सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर ने कहा कि चारधाम यात्रा के साथ ही पर्यटक स्थलों वाले रूट पर होम स्टे तैयार किए गए हैं। यहां ठहरने वाले लोगों को पहाड़ की अलग अनुभूति हो, इसके लिए विशेष निर्देश दिए गए हैं।
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खास बात ये है कि होम स्टे संबंधी सारी डिटेल आप घर बैठे एक क्लिक पर हासिल कर सकते हैं। होम स्टे के जरिए पर्यटकों को पहाड़ी खान-पान का लुत्फ उठाने का मौका मिलेगा...वो पहाड़ की संस्कृति को करीब से देख सकेंगे, साथ ही उसका हिस्सा भी बन सकेंगे। होम स्टे योजना ने पहाड़ के युवाओं के लिए रोजगार का एक नया जरिया भी इजाद किया है। कुल मिलाकर होम स्टे के जरिए चारधाम यात्रियों को इस बार बड़े, होटल, बंगले और गेस्ट हाउस के विकल्प के तौर पर गांव में घर जैसा माहौल मिलने वाला है। इसके लिए उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद ने सभी पंजीकृत होम स्टे को अपनी वेबसाइट में ऑनलाइन सूचीबद्ध किया हुआ है। होम स्टे में देशी-विदेशी पर्यटक पहाड़ के व्यंजनों के साथ-साथ अपनी डिमांड पर खाना बनवा सकेंगे। जैसी सुविधाएं होंगी, उसी के हिसाब से पर्यटकों को भुगतान करना होगा। सभी होम स्टे ने अपनी सुविधाएं भी ऑनलाइन दर्ज कराई हैं। पर्यटकों से मनमानी फीस ना वसूली जाए, इसके लिए पर्यटन विभाग ने सुविधाओं के अनुरूप होम स्टे का पैकेज बनाया है। प्रमुख पर्यटक स्थल, ट्रेकिंग रूट और धार्मिक स्थलों पर खोले गए होम स्टे में बुकिंग मिलनी शुरू हो गई हैं।