देहरादून की जानलेवा स्कूल बस...खिड़की से गिरा मासूम, चेहरे पर लगी गंभीर चोट
देहरादून में साढ़े तीन साल का मासूम स्कूल बस की खिड़की से नीचे गिर गया। सवाल ये है कि क्या देहरादून में स्कूल बसों में सफर जानलेवा हो गया है ? पढ़िए पूरी खबर
May 13 2019 10:26AM, Writer:कोमल
स्कूल के दिन हमारी जिंदगी के सबसे खूबसूरत दिन होते हैं, लेकिन देहरादून में रहने वाले साढ़े 3 साल के अंश के लिए स्कूल किसी बुरे सपने जैसा है....स्कूल का जिक्र होते ही वो बेहद डर जाता है, कई बार तो अंश बेहोश भी हो जाता है...उसने स्कूल जाने से साफ इनकार कर दिया है और सच तो ये है कि वो स्कूल जाने की हालत में है भी नहीं...दरअसल अंश की इस हालत का जिम्मेदार है वो स्कूल प्रशासन जिसकी लापरवाही की वजह से चार दिन पहले अंश हादसे का शिकार हो गया था। दून हेरिटेज स्कूल में पढ़ने वाला साढ़े तीन साल का मासूम छात्र स्कूल बस की खिड़की से नीचे गिर गया था, उसे बहुत चोट लगी थी...स्कूल की लापरवाही के खिलाफ अब बच्चे के पैरेंट्स ने मुकदमा दर्ज कराया है। ये घटना 8 मई की है, आगे पढ़िए...इस बारे में पूरी खबर
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मांडूवाला में रहने वाले पेशे से बिजनेसमैन एसके गुप्ता ने अपने बेटे अंश का एडमिशन देहरादून के हेरिटेज स्कूल के प्ले ग्रुप में कराया था, बच्चे को स्कूल से लाने ले जाने के लिए स्कूल बस लगाई हुई थी। 8 मई को भी अंश हमेशा की तरह स्कूल गया था, लेकिन दोपहर तक वापस नहीं लौटा। अंश की मां मंजिता ने स्कूल में फोन किया तो उसे बताया गया कि अंश को चोट लगी है, लेकिन वो ठीक है। परेशान मंजिता तुरंत स्कूल पहुंची और अपने पति को भी इस बारे में बताया। जब वो स्कूल गईं तो उन्होंने देखा की अंश के चेहरे पर चोट लगी है, जिससे लगातार खून बह रहा है। बाद में अंश को अस्पताल ले जाया गया, वहां अंश के चेहरे, पलक और होंठ पर टांके लगे। एसके गुप्ता ने बताया अंश की तबीयत अब ठीक है, लेकिन अभी वह काफी डरा हुआ है। पता चला है कि अंश स्कूल बस की खिड़की से गिर गया था।
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अंश की मां का आरोप है कि स्कूल वाले अब तक ये बताने को तैयार नहीं हैं कि हादसा कैसे और किसकी लापरवाही से हुआ। वहीं स्कूल प्रशासन का कहना है कि आरोपी स्कूल बस चालक और परिचालक को हटा दिया गया है। इस संबंध में अंश के माता-पिता ने स्कूल के प्रिंसिपल और स्टाफ के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है, पुलिस मामले की जांच कर रही है। बड़ा सवाल ये है कि एडमिशन के वक्त स्कूल प्रबंधन दावे तो बड़े-बड़े करते हैं, लेकिन जब बात बच्चों की सुरक्षा की आती है तो वो अपने किए वादे भूल जाते हैं। इतना छोटा बच्चा तो अपनी तकलीफ भी नहीं बता सकता, ऐसे में उनकी सुरक्षा करना क्या स्कूल की पहली प्रॉयोरिटी नहीं होनी चाहिए...बहरहाल पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है, स्कूल पर लापरवाही के गंभीर आरोप लगे हैं...मामले की जांच जारी है।