चमोली जिले में भूस्खलन से भारी तबाही, मलबे में दबकर मां-बेटी समेत 3 महिलाओं की मौत
चमोली में मकान भूस्खलन की चपेट में आ गया, हादसे में 35 साल की महिला और उसकी 9 महीने की बेटी की मौत हो गई...
Aug 12 2019 12:36PM, Writer:कोमल नेगी
पहाड़ों में लगातार हो रही बारिश से तबाही का सिलसिला जारी है। हर दिन भूस्खलन और हादसे हो रहे हैं, जिनमें बेकसूर लोग अपनी जान गंवा रहे हैं। ऐसा ही हादसा चमोली के कर्णप्रयाग में हुआ है, जहां एक मकान भूस्खलन की चपेट में आ गया। हादसे में मां और बेटी समेत तीन लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। पूरा गांव सदमे में है, परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। स्थानीय लोग और आपदा प्रबंधन की टीम मौके पर पहुंच गई है। हादसा चमोली के बांजबगड़ गांव में हुआ, जहां सुबह पांच बजे बिजली गिरने के बाद भूस्खलन शुरू हो गया। इसी गांव में अब्बल सिंह का परिवार भी रहता है। अब्बल सिंह का मकान भी भूस्खलन की चपेट में आ गया। परिजन कुछ समझ पाते इससे पहले अब्बल सिंह की पत्नी 35 वर्षीय रूपा देवी और 9 महीने की बेटी चंदा मलबे में धंसने लगे।
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परिजनों ने उन्हें बचाने की बहुत कोशिश की, लेकिन सभी कोशिशें बेकार साबित हुई। रूपा और 9 महीने की चंदा की मलबे में दबने से दर्दनाक मौत हो गई। क्षेत्र के आली गांव में भी भूस्खलन की खबर है। यहां नेनूराम का मकान भूस्खलन की चपेट में आ गया। हादसे में नेनूराम की 21 साल की बेटी नौरती की मौत हो गई। आपदा प्रबंधन टीम मौके पर पहुंच गई है। टीम स्थानीय लोगों की मदद से इलाके में रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है। बारिश से इस इलाके में भारी तबाही हुई है। चुफला गदेरा उफान पर है। बरसाती नाले की चपेट में आने से तीन दुकानें और दो मकान बह गए। हालात लगातार बिगड़ रहे हैं। घाट ब्लॉक के बांजबगड़ में भी गदेरे के उफान पर रहने की वजह से एक मकान ध्वस्त हो गया। घाट कस्बे में भी दुकानें बही हैं। लोगों ने प्रशासन से मदद मांगी है, ताकि वो पुनर्वास के इंतजाम कर सकें।