कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज के बेटे की शादी जल्द, राज परिवार से हैं होने वाली बहू
14 अक्टूबर को कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज के छोटे बेटे की शादी होनी है, शादी में ड्रोन उड़ने हैं, लेकिन उड़ेंगे कैसे, इस सवाल ने अधिकारियों का चैन छीन लिया है...
Oct 10 2019 8:57AM, Writer:कोमल नेगी
उत्तराखंड का हरिद्वार जल्द ही शाही समारोह का गवाह बनेगा। हम महाकुंभ की बात नहीं कर रहे हैं, बल्कि महाकुंभ से पहले होने वाले एक भव्य आयोजन के बारे में बता रहे हैं। दरअसल हरिद्वार मे कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज के छोटे बेटे की शादी होनी है। छोटी बहू मध्यप्रदेश के रीवा राजघराने से हैं और उनका नाम है मोहिना सिंह। प्रशासनिक अमला शादी की तैयारियों में जुटा है, लेकिन एक दिक्कत आ गई है। भव्य विवाह समारोह में वीडियोग्राफी के लिए ड्रोन का इस्तेमाल होना है, पर ड्रोन के इस्तेमाल को लेकर नियम बेहद सख्त हैं। सामरिक दृष्टि से हरिद्वार बेहद महत्वपूर्ण क्षेत्र है, ऐसे में शादी में ड्रोन के इस्तेमाल की परमीशन कैसे दी जाए, यही सोच-सोचकर अधिकारियों की नींद उड़ी हुई है। अधिकारी खुद को धर्मसंकट में फंसा पा रहे हैं। ड्रोन उड़ाने के नियम-कायदे सख्त होने की वजह से पुलिस प्रशासन अनुमति को लेकर माथापच्ची में जुटा है। अनुमति कैसे दी जाए इसकी राह तलाशी जा रही है।
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कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज आध्यात्मिक गुरु हैं, उत्तराखंड की राजनीति का चेहरा हैं। साल 2012 में जब उनके बड़े बेटे की शादी का समारोह हुआ था तो हरिद्वार में हैलोजन बैलून उड़ाया जाना था। पर बैलून उड़ नहीं सका। उनके बड़े बेटे की शाही शादी भी देश-विदेश के मीडिया में छाई रही थी। इस शादी में राष्ट्रमंडल खेलों में इस्तेमाल हुए हैलोजन गुब्बारे का इस्तेमाल होना था। सैकड़ों फीट की ऊंचाई पर उड़ने वाले इस बैलून में वर-वधु की तस्वीरों के साथ शादी के भव्य नजारे दिखते। गुब्बारा साउथ कोरिया से आना था, जिसकी रोशनी के लिए 80 किलोवॉट बिजली का कनेक्शन जरूरी था। केवल गुब्बारे पर करोड़ों खर्च होने थे, पर किसी वजह से गुब्बारा हवा में उड़ नहीं सका। इस बार गुब्बारा ना सही ड्रोन उड़ने की उम्मीद जरूर है। शादी समारोह 14 अक्टूबर को है। हरिद्वार में स्थित बैरागी कैंप में भव्य समारोह होगा। शादी में ऊंचाई से फोटो और वीडियो कवरेज के लिए ड्रोन उड़ाने की अनुमति मांगी गई है। अधिकारियों की पूरी कोशिश है कि किसी तरह ड्रोन उड़ाने की परमीशन मिल जाए, पर ऐसा कैसे होगा, अब ये देखना होगा। आपको बता दें कि ड्रोन कैमरे के इस्तेमाल पर कोर्ट सख्त रुख जता चुका है। केवल विशेष परिस्थितियों में ही ड्रोन का इस्तेमाल किया जा सकता है।