उत्तराखंड: कोरोनावायरस से लड़ने के लिए तैयार है 'रोबोट', जानिए इसकी बेमिसाल खूबियां
देहरादून की ग्राफिक एरा यूनिवर्सिटी के पूर्व छात्रों ने ये रोबोट तैयार किया है। इसका दिल्ली के एम्स परीक्षण हो चुका है। आइए इसकी खूबियां जान लीजिए
Apr 18 2020 10:34AM, Writer:राज्य समीक्षा डेस्क
कोरोना वायरस से ड़ाई में इस वक्त हर कोई आगे आ रहा है। जिससे जितना बन पा रहा है, वो उनका कर रहा है। ऐसे में उत्तराखंड कैसे पीछे रहे? उत्तराखँड के देहरादून की ग्राफिक एरा यूनिवर्सिटी के पूर्व छात्रों ने क खास तरह का रोबोट तैयार किया है, जो कोरोना से लड़ने में डॉक्टर्स की काफी मदद कर सकता है। ग्राफिक एरा यूनिवर्सिटी में स्थित स्टार्टअप सेंटर के जरिए यहां के पूर्व छात्रों ने कोरोना से लड़ने को रोबोट तैयार किया है। ये रोबोट ना सिर्फ मरीजों तक दवाई पहुंचाएगा बल्कि मरीजों की डॉक्टर के साथ वीडियो कॉन्फ्रेसिंग भी कराएगा। आगे भी हम आपको इसके कई शानदार फायदे बता रहे हैं। ग्राफिक एरा यूनिवर्सिटी से बी. टेक करने के बाद मानस उपाध्याय और अविनाश चंद्र पाल ने यहींं मौजूद स्टार्ट अप सेंटर में मिलकर ये खास तरह का रोबोट तैयार किया है। उनका साथ दिया यूनिवर्सिटी से एमसी कर चुके सौरभ करीर ने...अब आगे जानिए इस रोबोट की खूबियां
जानिए रोबोट की खूबियां
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दिल्ली में एम्स में इस रोबोट का परीक्षण कामयाब रहा है। ये रोबोट डॉक्टरों को इलाज के कोरोना के मरीजों के सीधे सम्पर्क में आने से बचाएगा। इसके जरिये मरीजों को आसानी से दवा पहुंचाई जा सकेगी।रोबोट की मदद से ही डॉक्टरों के साथ मरीज की वीडियो कांफ्रेंसिंग तक की जा सकती है। ये रोबोट आइसोलेशन में रखे मरीज के कमरे से कचरा हटाने का काम भी करेगा। ग्राफिक एरा के शिक्षक गगन बंसल ने बताया कि एम्स के विशेषज्ञों ने इस रोबोट को कोरोना के विरूद्ध जंग में बहुत कारगर करार दिया है। आगे जानिए छात्रों द्वारा तैयार किए गए ड्रोन की खूबियां
ड्रोन भी तैयार किया गया
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इसके अलावा इस स्टार्ट अप सेंटर में एक ड्रोन भी तैयार किया गया है। ड्रोन की मदद से पुलिस को किसी क्षेत्र की सर्विलांस करने में मदद मिलेगी। ड्रोन की मदद से लोगों की आवाजाही की स्थिति जानने में मदद मिलेगी। ड्रोन की मदद से अत्यावश्यक चीजों की डिलीवरी और भीड़ में गए बगैर लाईव या रिकॉर्डेड घोषणाएं करने में मदद मिलेगी।