उत्तराखंड: फॉरेस्ट गार्ड को हाथी ने बेरहमी से मार डाला, पेट में गाड़ दिए दांत
हाथी ने फॉरेस्ट गार्ड को पटक कर उसके पेट में दांत गाड़ दिया था। हाथी से बचने के लिए गश्त टीम में शामिल अन्य वन कर्मियों को हवाई फायरिंग करनी पड़ी।
Feb 21 2021 3:40PM, Writer:Komal Negi
पहाड़ में जंगली जानवर आतंक का सबब बने हुए हैं। कहीं गुलदार लोगों की जान ले रहे हैं, तो कहीं हाथी-भालू के हमले में लोगों की जान जा रही है। ताजा मामला हरिद्वार का है। यहां राजाजी टाइगर रिजर्व बेरीवाड़ा रेंज में गश्त कर रहे फॉरेस्ट गार्ड को हाथी ने मार डाला। हाथी ने फॉरेस्ट गार्ड को पटक कर उसके पेट में दांत गाड़ दिया था। हाथी से बचने के लिए गश्त टीम में शामिल अन्य वन कर्मियों को हवाई फायरिंग करनी पड़ी। तब कहीं जाकर बमुश्किल हाथी को भगाया जा सका। हाथी के हमले में जान गंवाने वाले फॉरेस्ट गार्ड की पहचान गौरव कुमार के रूप में हुई। वो सिर्फ 31 साल के थे। शनिवार को गौरव कुमार रोजाना की तरह अन्य चार संविदा वन कर्मियों के साथ जंगल में गश्त पर थे। वो टीम का नेतृत्व करते हुए सबसे आगे चल रहे थे। ये गौरव की रोज की दिनचर्या थी, लेकिन शनिवार का दिन उनकी जिंदगी का आखिरी दिन बनकर रह गया। गश्त करते हुए जब वो लगभग ढाई बजे के आसपास सैंथली बीट क्षेत्र के जंगल में पहुंचे तो झाड़ियों में छुपा अकेला हाथी सामने आ गया।
यह भी पढ़ें - चमोली आपदा: NDRF के इंस्पेक्टर राणा को सलाम, आपदा पीड़ित परिवार को दिया घर में आसरा
ये सब इतनी तेजी से हुआ कि गौरव को अपना बचाव करने का मौका नहीं मिल पाया। टस्कर हाथी ने सबसे आगे चल रहे फॉरेस्ट गार्ड पर हमला बोल दिया। हाथी ने अपना एक दांत फॉरेस्ट गार्ड के पेट में घुसा दिया। गौरव के पेट से खून का फव्वारा फूट पड़ा। देखते ही देखते खून की धार बहने लगी, गौरव जमीन पर गिरकर तड़पने लगे। बाद में टीम के अन्य सदस्यों ने हाथी से बचाव के लिए कई राउंड हवाई फायरिंग की और शोर मचाया। हवाई फायरिंग के बाद हाथी भाग गया। जिसके बाद घटना की सूचना रेंज कार्यालय को दी गई। सूचना मिलने पर अधिकारी मौके पर पहुंचे और घायल गौरव कुमार को इलाज के लिए हरिद्वार लाने लगे, लेकिन गौरव की रास्ते में ही मौत हो गई। रेंज अधिकारियों ने गौरव के परिजनों को हादसे की सूचना दे दी है।