ठंड से ठिठुरा उत्तराखंड..6 जिलों में भारी बर्फबारी से बढ़ी आफत, कल भी कोई राहत नहीं
नैनीताल, चंपावत, उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग और पिथौरागढ़ में बर्फबारी के बाद कड़ाके की ठंड पड़ रही है। देहरादून में भी मौसम खराब है।
Feb 3 2022 6:08PM, Writer:कोमल नेगी
उत्तराखंड में खराब मौसम ने लोगों को एक बार फिर मुश्किल में डाल दिया है। मौसम विभाग ने बुधवार से मौसम बिगड़ने की भविष्यवाणी की थी। ऐसा ही हो भी रहा है। गढ़वाल से लेकर कुमाऊं तक बारिश-बर्फबारी का दौर जारी है। नैनीताल, चंपावत, उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग और पिथौरागढ़ में बर्फबारी के बाद कड़ाके की ठंड पड़ रही है। देहरादून में भी मौसम खराब है। आसमान में काले बादल छाए हैं। मसूरी-धनौल्टी में भी ऊंचाई वाले इलाकों में खूब बर्फबारी हुई। चकराता की ऊंची पहाड़ियों पर सुबह से ही जमकर बर्फबारी हो रही है। पहाड़ों में बर्फबारी के चलते कड़ाके की ठंड शुरू हो गई है। बात करें कुमाऊं के पर्वतीय इलाकों की तो नैनीताल और मुक्तेश्वर में सुबह से बर्फबारी हो रही है। नैनीताल में चार दिनों तक मौसम साफ रहा, लेकिन बुधवार रात अचानक मौसम बिगड़ गया। रात को भी बारिश की संभावना बनी हुई थी.
सुबह होते ही अयारपाटा, अरविन्द आश्रम, हिमालय दर्शन, स्नोव्यू, चीना पीक में बर्फबारी होने लगी। बागेश्वर में भी बारिश हो रही है। यहां कपकोट के ऊंचाई वाले इलाके में बर्फबारी के आसार बने हुए हैं। मौसम विभाग के अनुसार तीन फरवरी को गढ़वाल मंडल के जनपदों में भारी बारिश और 25 सौ मीटर से अधिक ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी हो सकती है। कुमाऊं मंडल के कुछ क्षेत्रों के लिए ऑरेंज व गढ़वाल के कई इलाकों के लिए यलो अलर्ट जारी किया गया है। तीन और 4 फरवरी को बारिश-बर्फबारी से राहत नहीं मिलेगी। मौसम विभाग ने बारिश और बर्फबारी के मद्देनजर भूस्खलन, चट्टान गिरने से सड़कें अवरुद्ध होने और नदियों में जलस्तर बढ़ने की संभावना जताई है। जिला प्रशासन से एहतियाती कदम उठाने को कहा गया है। संवेदनशील इलाकों में रहने वाले लोगों से सतर्क रहने की अपील की गई है। अगले 24 से लेकर 48 घंटे तक दून समेत सभी क्षेत्रों में मौसम खराब रहने का अनुमान है। इससे जनजीवन प्रभावित हो सकता है।