गढ़वाल लोकसभा सीट पर तीरथ सिंह रावत का जलवा..रिकॉर्ड जीत दर्ज करने की ओर
गढ़वाल लोकसभा सीट पर तीरथ सिंह रावत रिकॉर्ड जीत दर्ज करने की तरफ बढ़ रहे हैं। फिलहाल वो 32 हजार वोटों से आगे चल रहे हैं।
May 23 2019 10:22AM, Writer:आदिशा
लोकसभा चुनाव में इस बार गढ़वाल लोकसभा सीट पर सभी की निगाहें थी। राजनीति की तमाम उठापटक हुई, भुवन चन्द्र खंडूरी ने स्वास्थ्य का हवाला दिया और चुनाव लड़ने से इनकार किया। ऐसे में बीजेपी ने तीरथ सिंह रावत पर दांव खेला था। तीरथ सिंह रावत यूं तो भुवन चन्द्र खंडूरी के ही राजनीतिक शिष्य कहे जाते हैं लेकिन लड़ाई तब और भी ज्यादा दिलचस्प हुई जब कांग्रेस ने भुवन चन्द्र खंडूरी के बेटे पर दांव खेला था। आखिरकार वोटिंग का वक्त आया और इस बार नई कहानी दिख रही है। बीजेपी के तीरथ सिंह रावत 32 हजार वोटों से आगे चल रहे हैं। यानी ये माना जा सकता है कि तीरथ सिंह रावत अब रिकॉर्ड जीत की तरफ बढ़ रहे हैं। कमोबेश ये ही हाल उत्तराखंड की बाकी लोकसभा सीटों पर भी है। टिहरी से बीजेपी की मालाराज्य लक्ष्मी शाह 14651 वोटों से आगे चल रही हैं। अल्मोड़ा में बीजेपी के अजय टम्टा 20 हजार वोटों से आगे चल रहे हैं। नैनीताल से बीजेपी के अजय भट्ट कांग्रेस के हरीश रावत पर भारी पड़ रहे हैं। आगे जानिए
अजय भट्ट 17 हजार वोटों से आगे चल रहे हैं। उधर हरिद्वार के रुझान भी बदल रहे हैं। बीजेपी के रमेश पोखरियाल निशंक 4 हजार वोटों से आगे चल रहे हैं। गढ़वाल लोकसभा सीट में पूर्व सैनिक, वीर नारियों, सर्विस वोटरों और सैनिक पृष्ठभूमि से जुड़े लोगों की संख्या 50 हजार से अधिक है। इसलिए सैन्य बहुल सीट भी इसे माना जाता है। पौड़ी वही जिला है जिसके मूल निवासी योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं और त्रिवेंद्र सिंह रावत उत्तराखंड के। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल इसी जिले के बनेलस्यु में जन्मे हैं। थलसेनाध्यक्ष बिपिन रावत इसी जिले के सैण और गुप्तचर एजेंसी रॉ के प्रमुख अनिल धस्माना पौड़ी के तौली गांव में पैदा हुए। राज्य की सियासत में पौड़ी ज़िले का हमेशा से ही दबदबा रहा है। इसलिए इस सीट पर देश की नजर है।