image: First trial of Rishikesh-karnprayag rail line on 4th February

बधाई: ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन का पहला स्टेशन लगभग तैयार, 4 फरवरी को ट्रायल

ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना का फायदा सिर्फ गढ़वाल ही नहीं कुमाऊं क्षेत्र को भी मिलेगा...
Dec 18 2019 11:23AM, Writer:कोमल

ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन...हर पहाड़वासी का सपना, ये सपना जल्द ही पूरा होने वाला है। प्रोजेक्ट का काम जारी है। पहले दो स्टेशन ऋषिकेश और वीरभद्र का काम अंतिम चरण में है। दोनों स्टेशन के बीच अगले साल पहला ट्रायल होगा। ट्रायल फरवरी में होना प्रस्तावित है। ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल प्रोजेक्ट का काम साल 2024 तक पूरा होगा। जिसके बाद उत्तराखंड के चारों धाम एक-दूसरे से जुड़ जाएंगे। फरवरी में योगनगरी ऋषिकेश का शुभारंभ होना है, और माना जा रहा है कि इसकी शुरुआत खुद पीएम नरेंद्र मोदी करेंगे। ये प्रोजेक्ट पीएम नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट्स में से एक है। अभी पीएम नरेंद्र मोदी के दौरे की अधिकारिक सूचना नहीं आई है, लेकिन प्रशासन उनके स्वागत की तैयारियां कर रहा है। इसी कड़ी में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और बीजेपी सांसद अजय भट्ट ने भी परियोजना के काम का जायजा लिया। प्रोजेक्ट के तहत 12 रेलवे स्टेशन बनाए जाने हैं।

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वीरभद्र रेलवे स्टेशन को छोड़कर बाकि सभी 11 रेलवे स्टेशन नए हैं। पहला स्टेशन योगनगरी ऋषिकेश है, जहां 16 प्लेटफार्म होंगे। योगनगरी रेलवे स्टेशन को केदारनाथ मंदिर की तर्ज पर बनाया जा रहा है। काम लगभग पूरा हो चुका है। वीरभद्र रेलवे स्टेशन, जो कि ऋषिकेश से 6 किलोमीटर दूर है, वहां का काम भी अंतिम चरण में है। फरवरी में दोनों स्टेशनों के बीच ट्रायल होगा। प्रोजेक्ट का निरीक्षण करने पहुंचे सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कार्य की प्रगति पर संतोष जताया। उन्होंने कहा कि रेल प्रोजेक्ट का फायदा सिर्फ गढ़वाल ही नहीं कुमाऊं के लोगों को भी मिलेगा। गढ़वाल के जिलों के साथ-साथ बागेश्वर और पिथौरागढ़ जाने वाले यात्रियों को भी रेलसेवा की सुविधा मिलेगी।


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