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उत्तराखंड में भारत-चीन सीमा पर भी अलर्ट, बड़ी संख्या में भेजे जा रहे सैनिक

चीन के सैनिक चमोली से लगे सीमावर्ती क्षेत्रों बाड़ाहोती और माणापास में भी घुसपैठ की हिमाकत कर चुके हैं। लद्दाख में बढ़ते तनाव के बीच माणा, नीति, मलारी और बाड़ाहोती घाटी की दर्जनों फॉरवर्ड पोस्ट पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है...
Jun 17 2020 4:12PM, Writer:कोमल नेगी

भारत और चीन के बीच सीमा पर हालात खराब हैं। लद्दाख की गलवान घाटी में 15 जून को हुई हिंसक झड़प में भारत के 20 जवान शहीद हो गए। इस वक्त हर जगह लद्दाख झड़प की चर्चा है। लद्दाख में सीमा पर बिगड़े हालात का असर उत्तराखंड में भी साफ दिख रहा है। उत्तराखंड के चमोली जिले की सीमा चीन से सटी है। लद्दाख हिंसा के बाद चमोली में भारत-चीन सीमा पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। बढ़ते तनाव को देखते हुए उन इलाकों में सैन्य बलों की तैनाती की जा रही है, जो चीन की सीमा से सटे हैं। भारतीय सेना के जवान भारी संख्या में चमोली भेजे जा रहे हैं। उत्तराखंड में भारत-चीन सीमा करीब 345 किलोमीटर लंबी है। बीआरओ यहां भारत-चीन बॉर्डर के बीच सड़क निर्माण के काम में जुटा है। सामरिक दृष्टि से ये सड़क भारत के लिए काफी अहमियत रखती है। इन दिनों चमोली क्षेत्र में सेना के जवानों की भारी संख्या में तैनाती की जा रही है। जिले में पिछले तीन-चार दिनों से सेना की टुकड़ियां लगातार भारत-चीन सीमा की तरफ जाती दिख रही हैं। आगे पढ़िए

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आपको बता दें कि चीन चमोली से लगे सीमावर्ती क्षेत्रों बाड़ाहोती और माणापास में भी घुसपैठ की हिमाकत कर चुका है। घुसपैठ की घटनाएं कब-कब हुईं, ये भी बताते हैं। साल 2014 में सीमा क्षेत्र की आखिरी चौकी रिमखिम के पास चीनी हेलीकॉप्टर मंडराते देखे गए थे। साल 2015 में चीनी सैनिकों ने भारतीय सीमा में घुसपैठ कर चरवाहों का सामान नष्ट कर दिया था। साल 2016 में सीमा से सटे इलाकों में जिला प्रशासन की टीम का चीनी सैनिकों से आमना-सामना हुआ था। 3 जून 2017 को बाड़ाहोती सेक्टर में दो चीनी हेलीकॉप्टर मंडराते देखे गए थे। साल 2017 में 25 जुलाई के दिन चीनी सेना के 200 जवान भारतीय सीमा के एक किलोमीटर भीतर तक घुस आए थे। 10 मार्च 2018 को बाड़ाहोती में चीनी सेना के तीन हेलीकॉप्टर भारतीय सीमा में फिर से दाखिल हुए। जुलाई 2018 में भी चीनी सैनिक भारतीय सीमा में घुस आए थे, तब उन्हें भारतीय सेना ने खदेड़ा था। इस तरह उत्तराखंड में चीनी सैनिकों की घुसपैठ का एक लंबा इतिहास रहा है। लद्दाख में तनाव के बाद माणा, नीति, मलारी और बाड़ाहोती घाटी की दर्जनों फॉरवर्ड पोस्ट पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। सेना से जुड़े सूत्रों के मुताबिक बॉर्डर पोस्ट पर सैनिकों की संख्या बढ़ाते हुए सैन्य अभ्यास भी किया जाएगा।


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