उत्तराखंड: अगले महीने बंद होंगे चार धामों के कपाट, जानिए तिथि
नवंबर में शीतकाल की शुरुआत के साथ ही चारधाम के कपाट श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिए जाएंगे। अपने आराध्य के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं को अगले साल तक इंतजार करना पड़ेगा।
Oct 25 2020 4:22PM, Writer:Komal Negi
चारधाम यात्रा के विराम लेने का समय नजदीक आ गया है। दशहरे के मौके पर उत्तराखंड के चारधाम के कपाट बंद होने की तिथि निकाली गई। पारंपरिक विधि-विधान और पंचाग गणना के बात कपाट बंद होने का दिन और समय निकाला गया। किस धाम के कपाट कौन से दिन शीतकाल के लिए बंद किए जाएंगे, ये भी बताते हैं। बदरीनाथ धाम यात्रा 19 नवंबर को विश्राम ले लेगी। 19 नवंबर को धाम के कपाट श्रद्धालुओं के लिए बंद किए जाएंगे। शाम 3 बजकर 35 मिनट पर बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होंगे। केदारनाथ धाम के कपाट भैय्यादूज के दिन बंद होंगे। 16 नवंबर को सुबह 8 बजकर 30 मिनट पर केदारनाथ धाम के कपाट श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिए जाएंगे।
यह भी पढ़ें - उत्तराखंड: इस दिन खुलेगा देश का सबसे लंबा सस्पेंशन ब्रिज.. ढाई लाख की आबादी को राहत
यमुनोत्री धाम के कपाट भी 16 नवंबर को पूर्वाहन में बंद होंगे। गंगोत्री धाम के कपाट बंद होने का दिन भी तय हो चुका है। गंगोत्री धाम के कपाट 15 नवंबर को अन्नकूट पर्व के मौके पर बंद होंगे। द्वितीय केदार मदमेश्वर धाम के कपाट 15 नवंबर को सुबह 7 बजे बंद होंगे। तुंगनाथ धाम के कपाट कब बंद होंगे, ये भी जान लें। तुंगनाथ धाम की यात्रा 4 नवंबर को विश्राम लेगी। 4 नवंबर को सुबह 11 बजकर 30 मिनट पर तुंगनाथ धाम के कपाट श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिए जाएंगे। इसके साथ ही मदमहेश्वर मेला आयोजन की तिथि भी तय हो गई है। मदमहेश्वर मेले का आयोजन 22 नवंबर को होगा। इस तरह अगले महीने शीतकाल की शुरुआत के साथ ही चारधाम यात्रा विश्राम ले लेगी। कोरोना संकट ना होता तो अब तक लाखों लोग चारधाम के दर्शन के लिए उत्तराखंड पहुंच चुके होते, लेकिन इस बार ऐसा नहीं हुआ। कुछ दिन पहले पाबंदियों में मिली ढील के बाद चारधाम यात्रा रफ्तार पकड़ने लगी थी, लेकिन अगले महीने यात्रा पर फिर से विराम लग जाएगा। जिसके बाद श्रद्धालुओं को चारधाम के दर्शन के लिए अगले साल तक इंतजार करना पड़ेगा।