देहरादून से ऋषिकेश-हरिद्वार के लिए मेट्रो..साथ में आएगा रोपवे का मज़ा..जानिए पूरी डिटेल
राज्य सरकार ने हरिद्वार से ऋषिकेश के बीच में और नेपाली फॉर्म से देहरादून में विधानसभा के पास तक 73 किलोमीटर के दायरे में बनाई जाने वाली मेट्रो प्रोजेक्ट के प्रस्तावना को भी मंजूरी दे दी है।
Oct 25 2020 5:28PM, Writer:Komal Negi
उत्तराखंड के निवासियों के लिए बेहद अच्छी खबर सामने आ रही है। अब उत्तराखंड राज्य में भी मेट्रो दौड़ती नजर आएगी। हरिद्वार से ऋषिकेश के बीच में मेट्रो रेल प्रोजेक्ट को हरी झंडी मिल गई है और नेपाली फॉर्म से देहरादून में विधानसभा के पास तक मेट्रो के प्रस्तावना को भी मंजूरी मिल गई है। बीते गुरुवार को सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत की अध्यक्षता में आयोजित यूनिफाइड मेट्रोपॉलिटन ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी में बैठक की गई और वहां पर यह निर्णय लिया गया मेट्रो बनने से यातायात में काफी सुधार होगा और जाम की समस्या से भी राहत मिलेगी। इसी को देखते हुए सरकार ने मेट्रो प्रोजेक्ट को मंजूरी दी है। प्रवक्ता मदन कौशिक ने बताया कि यह मेट्रो रेल प्रोजेक्ट विकास को मध्यनजर रखते हुए एक बड़ा मील का पत्थर साबित होगा। इसी के तहत देहरादून में रोपवे भी बनवाए जाएंगे और हरिद्वार शहर में पीआरटी का संचालन किया जाएगा। चलिए अब आपको रोपवे के बारे में जानकारी देते हैं और बताते हैं कि मीटिंग में क्या तय किया गया। मदन मोहन कौशिक के अनुसार सरकार की योजना हरिद्वार में हर की पैडी से चंडी देवी तक रोपवे बनाने की है और ऋषिकेश-नीलकंठ को भी रोपवे से जोड़ने पर सभी ने आपसी सहमति दर्ज कराई है।
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रोपवे के साथ अब अन्य शहरों की तरह उत्तराखंड में भी मेट्रो रेल दौड़ती दिखाई पड़ेंगी। 2021 तक प्रदेश के निवासियों को मेट्रो की सौगात मिल जाएगी। चलिए आपको डीटेल से इस मेट्रो की खासियत बताते हैं। मेट्रो 73 किलोमीटर के दायरे में बनाई जाएगी जो देहरादून-हरिद्वार- ऋषिकेश के मुख्य इलाकों को कवर करेगी। इस मेट्रो का प्रोजेक्ट दो चरणों में पूरा होगा। पहले चरण में हरिद्वार से ऋषिकेश और देहरादून में आईएसबीटी तक कुल 73 किलोमीटर लंबा मेट्रो ट्रैक बनना है। इसका सबसे पहला स्टेशन ज्वालापुर हरिद्वार में पुल जटवाड़ा के पास बनना तय हुआ है। ज्वालापुर से मेट्रो हरिद्वार शहर के अंदरूनी हिस्सों से गुजरेगी। बता दें कि रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन, हर की पैडी के पास से होकर हरिद्वार-ऋषिकेश मार्ग के समानांतर निकलते हुए इस मेट्रो का अंतिम छोर ऋषिकेश में चंद्रभागा पुल के पास होगा और हरिद्वार से ऋषिकेश के बीच मेट्रो तकरीबन 32 किलोमीटर लंबे ट्रैक पर कुल 10 स्टेशन बनाए जाएंगे।
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दूसरे चरण में नेपाली फार्म में एक एक्सचेंज स्टेशन बनेगा जहां से देहरादून के लिए एक अलग लाइन शुरू होगी जिसका दूसरा छोर देहरादून के आईएसबीटी के पास होगा। नेपाली फार्म से आईएसबीटी तक भी 41 किलोमीटर लंबा ट्रेक बनेगा जहां पर कुल 10 स्टेशन बनाए जाएंगे। बता दें कि वैसे तो मेट्रो की औसतन गति 35 किलोमीटर प्रति घंटे तक ही रहती है मगर देहरादून से नेपाली फार्म के बीच स्टेशन दूर होने के कारण यहां औसत रफ्तार 40 तक जा सकती है। उत्तराखंड मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के एमडी जितेंद्र त्यागी के मुताबिक मेट्रो का इस्तेमाल यातायात की समस्या को दूर करने के लिए किया जाता है। इसके लिए आदर्श तौर पर एक से डेढ़ किलोमीटर की दूरी पर एक स्टेशन बनाया जाता है। वहीं डीएमआरसी की ओर से जो शुरुआती रिपोर्ट तैयार की गई है उसके मुताबिक देहरादून आईएसबीटी से नेपाली फार्म और फिर हरिद्वार से ऋषिकेश के बीच प्रस्तावित ट्रैक है वह पूरी तरह से एनएच के साथ साथ में चलेगा। यह पूरा मेट्रो ट्रेक एलिवेटेड रोड की सड़क के ऊपर बनेगा इससे प्रोजेक्ट की लागत कम आएगी।