image: Dead crows in Nizamula Valley

उत्तराखंड: अब निजमुला घाटी में मृत मिले कई कौए..आस-पास के गांवों में बर्ड फ्लू की दहशत

देहरादून, रुड़की और पौड़ी के बाद अब चमोली में भी आधा दर्जन से ज्यादा कौवे मृत पाए गए। कौवों की मौत से क्षेत्र में हड़कंप मचा है।
Jan 18 2021 3:10PM, Writer:Komal Negi

बर्ड फ्लू की बढ़ती दहशत के बीच प्रदेश में जगह-जगह पक्षियों के मृत मिलने का सिलसिला थम नहीं रहा। बीमार पक्षी दम तोड़ रहे हैं, पहाड़ से लेकर मैदान तक पक्षियों के मरने का सिलसिला जारी है। देहरादून, रुड़की और पौड़ी के बाद अब चमोली में भी आधा दर्जन से ज्यादा कौवे मृत पाए गए। कौवों की मौत से क्षेत्र में हड़कंप मचा है। लोग डरे हुए हैं। इस वक्त देश के 10 राज्य बर्ड फ्लू के प्रकोप से जूझ रहे हैं। दुर्भाग्य से इनमें अपना उत्तराखंड भी शामिल है। पूरे राज्य में बर्ड फ्लू से अब तक 5 सौ से ज्यादा कौवों की मौत हो चुकी है, और ये सिलसिला अभी थमा नहीं है। बुधवार को चमोली जिले की निजमुला घाटी में आधा दर्जन से ज्यादा कौवों के मरने से क्षेत्र में दहशत फैल गई। यहां ईरानी गांव में कौवे खेतों में मरे पड़े मिले। डरे हुए ग्रामीणों ने इसकी सूचना तुरंत बदरीनाथ वन प्रभाग के अधिकारियों को दी। ग्रामीणों ने बताया कि क्षेत्र में पक्षी लगातार मर रहे हैं। मंगलवार को निजमुला घाटी के गोणा गांव में ग्रामीणों के सामने ही एक पक्षी खेतों में तड़प-तड़प कर मर गया था। आगे पढ़िए

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ग्रामीण बेबस होकर पक्षी को मरते हुए देखते रहे। वहीं बदरीनाथ वन प्रभाग के उप वन संरक्षक आशुतोष सिंह का कहना है कि संबंधित क्षेत्र में एक टीम भेजी गई है। खेतों में मरे पक्षियों के सैंपल जांच के लिए भेजे जाएंगे। पशु चिकित्सकों को भी इसकी सूचना दे दी गई है। प्रदेश में आए दिन कबूतर, कौवे व अन्य पक्षी मृत अवस्था में मिल रहे हैं। देहरादून में शुक्रवार को भी 30 कौवे मृत पाए गए। गुरुवार को राजधानी में 40 कौवे मरे हुए मिले थे। हालांकि राहत वाली बात ये है कि फिलहाल प्रदेश का पोल्ट्री सेक्टर सेफ है। यहां फिलहाल बर्ड फ्लू का कोई केस नहीं मिला है। बर्ड फ्लू की आशंका को देखते हुए पशुपालन विभाग ने लगभग सभी बड़े पोल्ट्री फार्म से सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे थे, लेकिन पोल्ट्री फार्म से जितने भी सैंपल भेजे गए थे, सभी निगेटिव आए। बर्ड फ्लू संक्रमण रोकथाम के लिए जनसहभागिता भी जरूरी है। इसलिए आप भी जिम्मेदार नागरिक का कर्तव्य निभाएं। बर्ड फ्लू संबंधी फर्जी सूचनाओं के प्रसार से बचें। कोई पक्षी मृत मिले तो उसके पास ना जाएं, संबंधित अथॉरिटी को सूचना दें।


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