image: 19 students of Sainik School Ghorakhal became army officers

उत्तराखंड: इस स्कूल ने देश को दिए 600 से ज्यादा आर्मी अफसर, इस बार 19 छात्र बने अधिकारी

इस बार हुई पासिंग आउट परेड में 341 सैन्य अफसरों ने देशसेवा की शपथ ली। जिनमें 19 जेंटलमैन कैडेट्स सैनिक स्कूल घोड़ाखाल के भूतपूर्व छात्र हैं।
Jun 13 2021 7:28PM, Writer:Komal Negi

देहरादून में हुई आईएमए की पासिंग आउट परेड में इस बार भी सैनिक स्कूल घोड़ाखाल के होनहारों ने खूब दमखम दिखाया। नैनीताल के भवाली स्थित सैनिक स्कूल से निकले होनहार छात्र पीओपी में छाए रहे। इस बार हुई पासिंग आउट परेड में 341 सैन्य अफसरों ने देशसेवा की शपथ ली। जिनमें 19 जेंटलमैन कैडेट्स सैनिक स्कूल घोड़ाखाल के भूतपूर्व छात्र हैं। सेना में लेफ्टिनेंट बनने वाले अविनाश यादव सैनिक स्कूल से साल 2014 में पास आउट हुए हैं। इसी तरह साल 2015 में पास आउट मोहित भट्ट, भगत सिंह और साल 2016 में पास आउट होने वाले अजय मिश्रा और अंकित बडोनी भी कल अंतिम पग पार कर सेना में अफसर बन गए। इनके अलावा साल 2017 में विद्यालय से पास आउट मनोज बोरा, नवीन पंत, यश चौधरी, अनुज चौधरी, राजेंद्र आर्या, यथार्थ अग्रवाल, पार्थ भट्ट, भरत फर्स्वाण, कार्तिकेय गुप्ता, आयुष चौधरी, अनंत पांडे, संगम त्यागी, जगमोहन सिंह और देवेश जोशी ने भी शनिवार को बतौर सैन्य अफसर देशसेवा की शपथ ली। आपको बता दें कि सैनिक स्कूल घोड़ाखाल अब तक देश के करीब 700 अफसर दे चुका है।

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इस परेड में चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ बैनर डोगराई कंपनी को मिला, जिसे कंपनी की ओर से विद्यालय के पूर्व छात्र रहे अंकित बडोनी ने ग्रहण किया। ये सभी अधिकारी अब देश सेवा में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। छात्रों की इस उपलब्धि से घोड़ाखाल सैन्य विद्यालय में खुशी का माहौल है। प्रधानाचार्या कर्नल डॉ. स्मिता मिश्रा, प्रशासनिक अधिकारी विंग कमांडर एम प्रेम कुमार, उप प्रधानाचार्य स्क्वॉड्रन लीडर टी रमेशकुमार और जीएस जोशी ने छात्रों को शुभकामनाएं दी हैं। आपको बता दें कि देश को युवा अफसर देने के मामले में उत्तराखंड इस बार तीसरे स्थान पर रहा। शनिवार को हुई पीओपी में देशभर के 341 कैडेटों ने देशसेवा की शपथ ली, इनमें उत्तराखंड के 37 कैडेट शामिल थे। आईएमए से पासआउट होने वाला हर 12वां अधिकारी उत्तराखंड से है। वहीं भारतीय सेना का हर पांचवां जवान भी इसी वीरभूमि में जन्मा है, जो कि हर उत्तराखंडवासी के लिए गर्व की बात है।


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