खुशखबरी..गढ़वाल और कुमाऊं में खुलेंगे PGI, सांसद बलूनी ने PM मोदी से की डिमांड
उत्तराखंड के लिए एक अच्छी खबर है। श्रीनगर गढ़वाल और अल्मोड़ा में जल्द ही स्वास्थ्य सेवाओं के लिए PGI खुल सकते हैं।
Nov 24 2018 6:23AM, Writer:आदिशा
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय मीडिया प्रमुख और राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी ने उत्तराखंड की स्वास्थ्य सेवाओं के पूरे समाधान के लिए एक विस्तृत फार्मूला पेश किया है। इसे लेकर उन्होने पीएम मोदी के नाम एक खत लिखा है। इसे लेकर वो जल्द ही पीएम मोदी और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा से भी मुलाकात करेंगे। स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार लाने के लिए बलूनी ने पीएम मोदी को खत लिखा है कि ‘उत्तराखंड में पलायन की वजह से 2.85 घरों में ताले लटके हैं। 968 गांव भुतवा घोषित किए जा चुके हैं।’
उन्होंने आगे लिखा है कि स्वास्थ्य सेवाएं ही सबसे बड़ा कारण है, जिस वजह से लोग महानगरों की तरफ पलायन कर रहे हैं।
इस वजह से राज्यसभा सासंद बलूनी ने पीएम मोदी से आग्रह किया है कि श्रीनगर गढ़वाल और अल्मोड़ा में पीजीआई खोले जाएं।
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सांसद अनिल बलूनी ने कहा कि ऋषिकेश एम्स अब प्रभावी रूप से सेवाएं देने लगा है, लेकिन ये उत्तराखंड की जनता को पूरा इलाज देने में पर्याप्त नहीं है।
उन्होंने पीएम मोदी को लिखे गए पत्र में कहा है कि ऋषिकेश एम्स का एक अतिरिक्त परिसर कुमाऊं मंडल के हल्द्वानी में स्थापित किया जाए। इसके साथ ही श्रीनगर गढ़वाल और अल्मोड़ा में एक-एक मेडिकल पीजीआई की स्थापना की जाए। इन चार संस्थानों की स्थापना के बाद उत्तराखंड की जनता को हाईटेक इलाज प्राप्त होगा। ऐसे में राज्य के लोगों को इलाज के लिए राज्य से बाहर जाने की जरूरत ही नहीं पड़ेगी।
अगर ऐसा होता है तो उत्तराखंड में स्वास्थ्य सेवाओं के लिहाज से ये ऐतिहासिक कदम हो सकता है। सांसद बलूनी इसे लेकर पीएम मोदी और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा से भी मुलाकात करने जा रहे हैं।
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उन्होंने उम्मीद जताई है कि पीएम मोदी राज्य की जनता को निःसन्देह ये सौगात देंगे। उत्तराखंड अंतर्राष्ट्रीय सीमा से लगा हुआ सामरिक राज्य है। स्वास्थ्य और शिक्षा जैसी मूलभूत सुविधाएं प्रदान करने के लिए इस वक्त बड़े कदम उठाने की आवश्यकता है। सांसद बलूनी भी इस तरफ लगातार कोशिशों में जुटे हैं। आपको याद होगा कि कुछ वक्त पहले जब पौड़ी धूमाकोट मार्ग पर हादसे में 45 से ज्यादा लोग मारे गए थे, तो सांसद बलूनी ने प्रदेश के अलग अलग जिलों में ICU खोलने की बात कही थी। वो काम भी लगातार जारी है।
हाल ही में बलूनी उत्तराखंड की कई मांगों को लेकर केंद्र सरकार के कई मंत्रियों से भी मुलाकात कर चुके हैं। उनकी ही जिद का नतीजा है कि उत्तराखंड में नैनी-दून एक्सप्रेस भी चली।