खीड़ा गांव की जलप्रलय ने एक बार फिर केदारनाथ आपदा की कड़वीं यादें ताजा कर दीं, बादल फटने के बाद ये गांव तबाह हो गया है...ये वीडियो देखिए और इस बात का अंदाजा लगाइए
Jun 3 2019 1:48PM, Writer:कोमल नेगी
चौखुटिया के खीड़ा गांव के लोगों ने जलप्रलय के बारे में सुना तो था, लेकिन रविवार को उसे देखा भी। आसमान से बारिश नहीं मानों आफत बरस रही थी। आंधी और लगातार कड़क रही बिजली से लोग सहमे हुए थे, घरों में सिमटे हुए थे कि तभी आफत का सैलाब आया और घरों-मवेशियों को बहाते हुए ले चला...खीड़ा गांव चारों तरफ से उफनाए गधेरों-नालों से घिर चुका था। पलक झपकते ही सबकुछ तबाह हो गया। गांव का गरीब किसान राम सिंह अपने मवेशियों को बचा रहा था, लेकिन सैलाब आखिर किसकी परवाह करता है, किसान राम सिंह भी बादल फटने के बाद आए सैलाब में बहता चला गया। कुछ ही मिनट में गांव के खेत मिट्टी-पत्थरों से पट गए थे। गांव वाले रातभर राम सिंह को ढूंढते रहे, लेकिन उसका पता नहीं चला। खीड़ा के लोगों ने ऐसी तबाही पहली बार देखी। चश्मदीदों ने बताया कि दोपहर में मौसम सामान्य था, लेकिन शाम होते होते धूल भरी आंधी चलने लगी। थोड़ी देर बार अचानक तेज बारिश होने लगी। आगे देखिए वीडियो….उसके बाद तस्वीरें भी देखिए
मूसलाधार बारिश से लोग डरे
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मूसलाधार बारिश से लोग डरे हुए थे, वो कुछ समझ पाते इससे पहले ही ग्वारियों की पहाड़ी पर आसमान से आफत बरसने लगी। बरसाती नाले और गधेरे पानी से भर गए, पहाड़ी से आए नालों का पानी भी इनमें बहने लगा और देखते ही देखते खीड़ा गांव के खेत बोल्डरों और मलबे से पट गए।
5 परिवारों के घर भी उजड़ गए
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केवल खेत ही बर्बाद नहीं हुए, 5 परिवारों के घर भी उजड़ गए, उनके मकान जमींदोज हो गए। यहां हर तरफ हाहाकार मचा हुआ है। लापता किसान राम सिंह का अब तक पता नहीं चला है। रातभर पुलिस और ग्रामीण उसे ढूंढते रहे। गांव वाले डरे हुए हैं तो वहीं तबाही का असर यहां की सड़कों और संचार सेवाओं पर भी पड़ा है।
सड़कों पर मलबा फैला है
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सड़कों पर मलबा फैला है, जिस वजह से वाहनों को आवाजाही नहीं हो पा रही। कुनियाबगड़ गांव के पास गैरसैंण जा रही केमू की बस के मलबे में धंसने की खबर है। ये बस रामनगर से बछुवाबान गैरसैंण जा रही थी। राहत वाली बात ये है कि सभी यात्री सुरक्षित है, बस के धंसते ही वो बस से उतर गए थे, इस तरह उनकी जान बच गई।
आसमान से बरसी आफत
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प्रशासन ने ग्वारियों में दो जेसीबी मशीनें लगाई हैं जो कि खुटिया खीड़ा माइखान रोड से बोल्डर और मलबा हटाने के काम में लगी हैं। आसमान से बरसी आफत ने खीड़ा गांव को तबाह कर दिया है।
हर तरफ तबाही के निशान
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हर तरफ तबाही के निशान बिखरे पड़े हैं। जिन लोगों के घर उजड़ गए उनका रो-रोकर बुरा हाल है। फिलहाल राहत और बचाव टीम मौके पर पहुंची हुई हैं, मलबा हटाने का काम जारी है। प्रभावित परिवारों ने सरकार से मुआवजे की मांग की है, ताकि उनकी जिंदगी पटरी पर लौट सके।