उत्तराखंड में फर्जीवाड़े के मास्टरमाइंड आसिफ और उशैद गिरफ्तार, पूछताछ में चौंकाने वाले खुलासे
दोनों आरोपियों के पास से एनएसए अजित डोभाल के जिक्र वाले दस्तावेज भी बरामद हुए, जिनकी सत्यता के बारे में पुलिस सीबीआई दफ्तर में संपर्क कर रही है।
Jul 27 2019 3:40PM, Writer:कोमल नेगी
नैनीताल में खुद को सीबीआई का आईजी बता रहा युवक आसिफ और उसका साथी उशैद पाशा पुलिस के हत्थे चढ़ गया। आसिफ और उशैद पाशा के पास पास से सीबीआई अफसर का आईकार्ड और दूसरे दस्तावेज भी मिले हैं। शनिवार को पुलिस दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश करेगी। पूरा मामला क्या है, ये भी जान लें। नैनीताल के चार्टन लॉज पॉप्युलर कंपाउंड में एक युवक सीबीआई अफसर बनकर घूम रहा था। मुखबीर ने इसकी सूचना पुलिस को दी। सूचना मिलते ही पुलिस हरकत में आ गई और युवक की गतिविधियों पर नजर रखने लगी। शनिवार को पुलिस ने इस युवक को उसके साथी संग चार्टन लॉज से पकड़ लिया। दोनों आरोपियों के पास से एनएसए अजित डोभाल के जिक्र वाले दस्तावेज भी बरामद हुए, जिनकी सत्यता के बारे में पुलिस सीबीआई दफ्तर में संपर्क कर रही है। पुलिस को आरोपी मो. उसैद पाशा से मिले कार्ड पर एक सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्सेज एंड कस्टम ए नई दिल्ली, दूसरा सीबीआई ऑफिसर न्यू ईयर, जिसमें रॉ, आईबी और सीबीआई का वर्क प्रोसीजर दिया गया है।मामला बेहद संगीन था, पुलिस को शक था कि आरोपियों का आतंकी कनेक्शन हो सकता है, इसलिए स्थानीय अभिसूचना इकाई और आईबी के अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए। हालांकि पूछताछ में आतंकी कनेक्शन तो नहीं निकला लेकिन ये दोनों मिलकर एक बड़ा कांड उत्तराखंड में करने जा रहे थे। आसिफ नैनीताल का रहने वाला मोहम्मद आसिफ है, वहीं जो युवक फर्जी अफसर बना था उसका नाम उशैद पासा है।
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मामले का मास्टरमाइंड मोहम्मद आसिफ ही है। बताया जा रहा है कि आसिफ उत्तराखंड में ही सरकारी नौकरी कर रहा था। साल 2010 में उसने वीआरएस ले लिया था। इस वक्त वो नैनीताल में बिल्डिंग बनाने का काम करता है, एक नामी होटल में भी उसकी पार्टनरशिप है। उसी ने उशैद पासा को फर्जी अफसर बनने के लिए राजी किया था। आरोपी आसिफ का पुश्तैनी घर उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में है। यहीं उसकी मुलाकात उशैद पासा से हुई थी। उशैद को आईटी की अच्छी जानकारी थी, इसी का फायदा उठा दोनों ने फर्जी दस्तावेज और आईडी तैयार की। उशैद सीबीआई अफसर बन पड़ोसियों पर रौब जमाने लगा, जबकि असल में वो केवल दसवीं पास है। दोनों फ्रॉड के जरिए करोड़ों रूपये कमाने की प्लानिंग कर रहे थे, पर इसे पहले ही धर लिए गए। पुलिस ने दोनों के खिलाफ संबंधित धारा में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। दोनों युवक सीबीआई के नाम पर लोगों को धमका कर बड़ी वसूली करने वाले थे, पर इससे पहले ही धर लिए गए।