सावधान! देहरादून में डेंगू से दहशत, 2500 के करीब पहुंचा मरीजों का आंकड़ा
देहरादून में डेंगू खतरनाक स्तर तक पहुंच गया है, यही हाल रहा तो डेंगू महामारी की शक्ल ले लेगा...पढ़ें पूरी खबर
Sep 21 2019 4:45PM, Writer:कोमल नेगी
डेंगू के बढ़ते मामलों से पूरे राज्य में स्थिति बेहद गंभीर बनी हुई है। डेंगू के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। प्रदेशभर के डेंगू मरीजों को लेकर औपचारिक तौर पर कोई आंकड़ा जारी नहीं किया गया है, पर मरीजों की संख्या हजारों में है। दून के मेयर सुनील गामा ने दून में डेंगू के महामारी की शक्ल लेने की आशंका जताई है। राजधानी में हालात कितने खराब हैं, इसका अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं कि अकेले दून में अब तक डेंगू के 2434 केस सामने आ चुके हैं। डेंगू से निचले इलाके ज्यादा प्रभावित हैं, जिस वजह से पूरे राज्य में गंभीर स्थिति बनी हुई है। देहरादून के मेयर सुनील गामा ने भी डेंगू के बढ़ते कहर पर चिंता जताई। उन्होंने साफ कहा कि स्वास्थ्य विभाग डेंगू के खतरे को रोकने में सक्षम नहीं है। डेंगू महामारी की स्थिति की ओर बढ़ रहा है। हम डेंगू रोकने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। जगह-जगह जागरुकता शिविर लगाए जा रहे हैं। जहां भी जमे पानी की सूचना मिल रही है, तुरंत सफाई कराई जा रही है।
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डेंगू के शुरुआती मामले रायपुर में सामने आए थे, देखते ही देखते इसने पूरे दून को अपनी चपेट में ले लिया। डेंगू के बढ़ते खतरे को देखते हुए स्कूलों की छुट्टी घोषित करनी पड़ी। पुलिस महकमा भी परेशान है। पुलिस के कई अधिकारी और जवान भी डेंगू की चपेट में हैं। डेंगू से पीड़ित पुलिसकर्मियों की संख्या सौ से बढ़कर 120 हो गई है। स्वास्थ्य विभाग ने डेंगू से निपटने के लिए अस्पतालों में डॉक्टरों की संख्या बढ़ा दी है। गढ़वाल क्षेत्र से 8 डॉक्टरों को दून बुलाया गया है। अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज के 22 डॉक्टरों की ड्यूटी हल्द्वानी में लगाई गई है। उत्तराखंड में डेंगू ना सिर्फ लोगों को बीमार कर रहा है, बल्कि इससे पर्यटन क्षेत्र में काम करने वाले लोगों की चिंता भी बढ़ गई है। पर्यटन व्यवसायियों ने कहा कि दशहरे से पर्यटन सीजन शुरू होने वाला है। डेंगू यूं ही कहर बरपाता रहा तो लोग उत्तराखंड आने से डरने लगेंगे। इससे टूरिज्म इंडस्ट्री को भारी नुकसान होगा।