उत्तराखंड में छुपकर बैठे जमातियों पर कड़ी कार्रवाई के निर्देश, एक्शन में CM त्रिवेन्द्र
ये बात सच है कि उत्तराखंड बीते तीन में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या में जबरदस्त बढ़ोतरी दिख रही है। इसकी काफी हद तक वजह तबलीगी जमाती है। सीएम (trivendra singh rawat) की तरफ से सख्त निर्देश दिए गए हैं।
Apr 5 2020 10:44PM, Writer:राज्य समीक्षा डेस्क
उत्तराखंड...इन शांत हवाओं को भी कोरोना वायरस की नज़र लग गई। कुछ दिनों तक सब कुछ शांत था लेकिन अचानक मामले दोगुने तरीके से बढ़ने लगे। दिल्ली के साथ बाकी प्रदेशों में हुई तबलीगी जमात के बाद तो मामले ऐसे बिगड़े कि संभलने का नाम नहीं ले रहे। अकेले उत्तराखंड में 26 लोग जिंदगी और मौत के बीच झूल रहे हैं। ऐसे में कड़ी कार्रवाई तो बनती ही है। ऐसे में उत्तराखंड के सीएम त्रिवेन्द्र सिंह रावत (trivendra singh rawat) भी तैयार हो गए हैं। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कोरोना वायरस के संक्रमण की स्थिति के संबंध में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने अधिकारियों को जांच से छुपने वाले तब्लीगी जमातियों पर कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिये हैं। साफ हो गया है कि अब उत्तराखंड में जो तबलीगी जमाती छुप रहे हैं, उन पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई होगी। किसी भी हाल में उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। उधर उत्तराखंड पुलिस डीजीपी ने भी छुप रहे जमातियों को कल तक का वक्त दिया है। आगे देखिए वीडियो।
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सीएम और पुलिस अधिकारी जमातियों से सामने आने की कई बार अपील कर चुके हैं, लेकिन जमातियों पर ना तो अपील का असर हो रहा है, ना ही चेतावनी का। अब डीजीपी अनिल के रतूड़ी ने जमातियों को चेतावनी दी है। पहले आप ये वीडियो देख लीजिए
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उत्तराखंड पुलिस डीजीपी अनिल रतूड़ी ने कहा कि उत्तराखंड में जहां भी जमाती छिपे हों, वो 6 अप्रैल तक सामने आ जाएं। ताकि उनका समय रहते इलाज किया जा सके। कोरोना संक्रमण को फैलने से रोका जा सके। डॉक्टर इनकी जांच करेंगे। अगर कोई कोरोना पॉजिटिव मिला तो उसे क्वॉरेंटाइन किया जाएगा। डीजीपी ने कहा कि जो जमाती सामने नहीं आएंगे, उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। आपदा अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया जाएगा। साथ ही डीजीपी ने एक और बड़ी बात कही। उन्होंने कहा कि अगर किसी जमाती की वजह से गांव या शहर में किसी की मौत हुई, तो ऐसे लोगों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया जाएगा। आपको बता दें कि उत्तराखंड में जमात से लौटने वालों की तादाद एक हजार से ज्यादा है।