उत्तराखंड में बिहार से आकर गांजा बेच रही थी महिलाएं, पुलिस ने किया गिरफ्तार
महिलाओं ने बताया कि वो बिहार के पिछड़े इलाके बेनीबाग की रहने वाली हैं। रोजगार की तलाश में वो विकासनगर आ गईं और ज्यादा पैसे कमाने के चक्कर में गांजा बेचने लगीं।
Sep 18 2021 6:34PM, Writer:Komal Negi
उत्तराखंड नशे के सौदागरों के निशाने पर है। नशा तस्कर अब यहां के कॉलेज-यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले छात्रों और महिलाओं को निशाना बना रहे हैं, उन्हें अपने धंधे में शामिल कर लोगों को नशे की लत लगवा रहे हैं। मामला देहरादून के विकासनगर का है। जहां एंट्री ड्रग टास्क फोर्स ने औद्योगिक नगरी सेलाकुई में गांजा तस्करी कर रही तीन महिलाओं को पकड़ा। आरोपी महिलाओं के पास से तीन किलो 435 ग्राम गांजा और उसकी बिक्री से कमाए गए 2030 रुपये बरामद हुए। तीनों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट में केस दर्ज किया गया है। महिलाओं ने बताया कि वो बिहार के पिछड़े इलाके बेनीबाग की रहने वाली हैं। रोजगार की समस्या को देखते हुए तीनों सेलाकुई आ गईं। यहां पर ज्यादा कमाई के चक्कर में तीनों गांजे की तस्करी कर रही थीं। महिलाएं उत्तराखंड के साथ ही यूपी के अलग-अलग जिलों में गांजा सप्लाई करती थीं।
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बता दें कि नशे के खिलाफ प्रदेशभर में अभियान चल रहा है। चरस, गांजा, स्मैक आदि बेचने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के लिए थाना स्तर पर टीम तैयार की गई है। ये टीम नशा तस्करों के ठिकानों और नशा करने वाले स्थानों को चिन्हित कर नशे के सौदागरों के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रही है। गुरुवार रात पुलिस टीम ने सेलाकुई की एक कंपनी के पिछले गेट के पास से तीन महिलाओं को गिरफ्तार किया। आरोपियों की पहचान शीला, संजीला देवी और अंजीला देवी के रूप में हुई। तीनों मूलरूप से बिहार की रहने वाली हैं, वर्तमान में सेलाकुई में रह रही हैं। आरोपियों के पास से गांजा के तीन पैकेट बरामद हुए। पुलिस ने बताया कि इनमें से एक आरोपी संजीला पर साल 2019 और 20 में एनडीपीएस एक्ट के दो केस पहले से दर्ज हैं। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वो सहसपुर के रहने वाले सोमपाल से गांजा खरीदती थीं। पुलिस अब सोमपाल की तलाश कर रही है।