अब उत्तराखंड पर असदुद्दीन ओवैसी की नज़र, 2022 के लिए एक्टिव हुई AIMIM
साल 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए एआईएमआईएम अभी से तैयारी में जुट गई है...
Jan 2 2020 3:12PM, Writer:कोमल
उत्तराखंड में अपना राजनीतिक जनाधार तलाश रही पॉलिटिकल पार्टियों को अब सतर्क हो जाने की जरूरत है, क्योंकि साल 2022 में उनका सामना अपने पारंपरिक प्रतिद्वंदियों के साथ-साथ सांसद असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम से भी होगा। एआईएमआईएम उत्तराखंड में अपनी राजनीतिक जमीन तलाश रही है। साल 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए एआईएमआईएम अभी से तैयारी में जुट गई है। बुधवार को रुड़की में ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन यानी एआईएमआईएम का पहला राजनीतिक कार्यक्रम हुआ। जिसमें डॉ. नय्यर काजमी को पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी सौंपी गई। अब उत्तराखंड में एआईएमआईएम का जनाधार बढ़ाने की जिम्मेदारी डॉ. नय्यर काजमी पर है। कार्यक्रम में एआईएमआईएम यूपी के प्रदेश अध्यक्ष शौकत अली भी आये थे। जनता को संबोधित करते हुए उन्होंने कांग्रेस और बीजेपी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कांग्रेस पर मुस्लिमों और दलितों के दमन का आरोप लगाया।
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शौकत अली ने कहा कि कांग्रेस पिछले साठ साल से मुस्लिमों और दलितों का इस्तेमाल कर रही है, अब ये नहीं चलेगा। उन्होंने ने बीजेपी और आरएसएस पर भी हमला बोला। यूपी प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि बीजेपी सत्ता के नशे में चूर है और देश का माहौल बिगाड़ने में लगी है। सत्ता पर काबिज लोग सिर्फ धर्म विशेष को टारगेट कर राजनीति कर रहे हैं। जो कि गलत है। कांग्रेस सॉफ्ट हिंदुत्व की राजनीति कर रही है, जबकि बीजेपी हार्ड हिंदुत्व की। दोनों पार्टियों में कोई फर्क नहीं है, लोग भी इस बात को समझने लगे हैं। एनआरसी और सीएए को लेकर उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधा। कहा कि एनआरसी कांग्रेस के समय में भी लागू की गई थी, तब कई बांग्लादेशियों को देश से निकाला गया। आने वाले चुनाव में एआईएमआईएम इन दोनों पार्टियों को सबक सिखाएगी।